पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र काशी में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि यह फकीर भी अब काशी के फक्कड़पन में रम गया है।वाराणसी में रोड शो और गंगा आरती के बाद अपने ही अंदाज में संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि लोग पूछते हैं कि मोदी ने काशी में क्या बदलाव किया? लेकिन मैं यह बताना चाहता हूं कि काशी ने मुझमें क्या बदलाव किया। पीएम मोदी ने भावुकता भरे संबोधन में कहा, ‘यह मेरा सौभाग्य है कि काशी के ज्ञान के विश्लेषण और तार्किक अनुभवों से मैं जुड़ सका। काशी की आध्यात्मिक आस्था से कबीरदास, रविदास, तुलसीदास और महात्मा बुद्ध जैसे लोगों को प्रेरणा मिली। इस प्रेरणा ने मुझे भी वैश्विक स्तर पर मूल्यों के साथ खड़े होने का संबल दिया है।
पीएम मोदी ने कहा, ‘काशी में मिले प्यार से अभिभूत हूं। वाराणसी ने मुझे नई-नई चीजें सीखने में मदद करने में बड़ी भूमिका निभाई है। इसके लिए मैं बाबा विश्वनाथ और मां गंगा को नमन करता हूं। 5 साल पहले जब मैंने काशी में कदम रखा तो कहा था कि मां गंगा ने मुझे बुलाया है। मैया ने मुझे इतना दुलार दिया, भाईयों और बहनों ने इतना प्यार दिया कि बनारस के फक्कड़पन में यह फकीर भी रम गया।’

इस से पहले वाराणसी लोकसभा के सांसद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुरुवार को मेगा रोड शो के दौरान धर्म नगरी काशी की सड़कों पर उत्सवी माहौल दिखा। उत्सव भी ऐसा जो धार्मिक न होते हुए भी आस्था की छांव में रहा। शंख ध्वनि के बीच निकले पीएम के रोड शो में मजहब और संस्कृति का अनूठा संगम और उत्साह दिखा, वहीं पूरे रास्ते गगनभेदी हर-हर महादेव उद्धोष गूंजता रहा। गुरुवार शाम काशी की धरा से पीएम मोदी का यह विशाल रोड शो, पूर्वांचल में होने वाले लोकसभा चुनाव को बीजेपी की दिशा में मोड़ने की एक शुरुआत जैसा माना जाने लगा। काशी की सड़कों पर मोदी का मेगा शो, जमकर बरसे फूल ।
उमस भरी भीषण गर्मी के चलते मकानों की छतों व बरामदों में जहां दस मिनट भी खड़ा रहना मुश्किल हो तब भी लोग पीएम मोदी का स्वागत करने को घंटों डटे रहे। आधे शहर में बाजार दुकानें बंद रहीं। लंका से लेकर दशाश्वमेध घाट तक के लंबे रास्ते में सड़क के दोनों किनारे बीजेपी के झंडे के रंग वाले गुब्बारे से सजे तो जगह-जगह देश भक्ति धुन पर महिलाएं, बच्चे, युवा और बुजुर्ग लोगों तक सभी नाचते-झूमते रहे।