
रेलवे द्वारा रेल लाइनों पर नॉन इंटरलॉकिंग के कार्य के कारण 22 गाड़ियां निरस्त कर दी हैं, हालांकि इनमें ज्यादातर साप्ताहिक ट्रेनें हैं। चार गाड़ियों के रूट में बदलाव किया गया है तो दो गाड़ियों का आंशिक निरस्तीकरण किया गया है। ऐसी स्थिति में रेल यात्रियों का सफर परेशानी भरा हो सकता है।
समर स्पेशल ट्रेनों के संचालन के बाद भी ज्यादातर लंबी दूरी की ट्रेनों के मई- जून में आरक्षित सीट मिलना टेढ़ी खीर है। केरला एक्सप्रेस, एसीएपी एक्सप्रेस, अवध, श्रीधाम, तूफान मेल, शताब्दी, राजधानी ट्रेनों में आरक्षित सीटें नहीं बची हैं, ज्यादातर में वेटिंग लंबी है। वहीं रेलवे ने रायरू (धौलपुर) स्टेशन पर नॉन इंटरलॉकिंग कार्य के लिए एर्नाकुलम-हजरत निजामुद्दीन समेत 22 गाड़ियों को निरस्त किया है।
इनमें सप्ताह में पाच दिन चलने वाली विशाखापत्तनम-निजामुद्दीन (अप व डाउन) 18 से 31 मई तक, साप्ताहिक एर्नाकुलम-निजामुद्दीन एक्सप्रेस (अप व डाउन) 18 से 28 मई तक, निजामुद्दीन-तिरूअनंतपुरम एक्सप्रेस (साप्ताहिक) 21 से 28 मई तक, सप्ताह में दो दिन चलने वाली इंदौर अमृतसर (अप व डाउन) 17 मई से 29 मई तक निरस्त रहेंगी। आगरा कैंट-ग्वालियर पैसेंजर (अप व डाउन) एक मई से 31 मई तक निरस्त रहेगी, इनके अलावा कोल्हापुर-निजामुद्दीन, नागपुर-अमृतसर, छिंदवाड़ा दिल्ली समेत 10 अन्य ट्रेनें हैं। नई दिल्ली-तिरूअनंतपुरम (दैनिक) 40 मिनट के लिए धौलपुर-रायरू में रोकी जायेगी। जम्मूतवी-पुणे एक्सप्रेस आगरा कैंट में 50 मिनट, आगरा कैंट-झांसी पैसेंजर झांसी में 80 मिनट, लश्कर एक्सप्रेस झांसी में 75 मिनट रोकी जायेगी, यानी यह गाड़ियां आगरा कैंट और झांसी से अपने निर्धारित समय से इतनी देरी से चलेंगी।