
घटनाक्रम के अनुसार गंजडुडवारा कस्बे के ग्राम चिरौला में कब्रिस्तान की भूमि को लेकर दो समुदाय के बीच रंजिश चल रही थी, जिस रंजिश का बदला सुनील के चार साल के बेटे सोनू का अपहरण कर दूसरे समुदाय के लोगों ने लिया जिसमें 24 अप्रैल को घर के बाहर खेल रहे मासूम का अपहरण कर लिया गया, कई दिन तलाशने के बाद नहीं मिला, पिता के पास फोन आया और अपहृताओं ने उसके शीघ्र लौटने के लिए सौदेबाजी की, लेकिन सोमवार को शिव मंदिर के पीछे ग्रामीणों ने क्षत-विक्षत शव को पड़ा देख पुलिस को सूचना दी, इसमें सोनू की शिनाख्त हुयी। मासूम को इतने कू्ररता पूर्वक मारा गया था कि देखने वालों की रूह कांप गयी। मासूम के दोनों हाथों की उगंलियों को काट दिया गया था, सिर्फ हाथ का एक अंगूठा बचा था, फिर मासूम की पहचान न हो पाये, उसके मुंह पर तेजाब डाल दिया गया था।
पुलिस ने बताया है कि गंजडुडवारा के गढ़का गांव के पांच अभियुक्तों के विरूद्ध परिजनों ने मुकद्मा लिखाया है, जिसमें से एक आरोपी मुवीन को गिरतार कर लिया गया है।