सपा के मंच पर प्रियंका बोल रही हैं, अखिलेश कह रहे हैं कांग्रेस का गठबंधन बीजेपी से !



पार्टी के मंच पर कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा बोल रही हैं, सपा प्रमुख अखिलेश यादव कहते घूम रहे हैं कि कांग्रेस का गठबंधन बीजेपी से। सपा प्रमुख अखिलेश यादव बाराबंकी, अयोध्या में चुनावी जन सभाओं में कह रहे हैं कि ‘कांग्रेस का गठबंधन बीजेपी से है और हमारा गठबंधन गरीबों से है‘। लखनऊ लोकसभा सीट पर कांग्रेस के शत्रुध्न सिन्हा, समाजवादी पार्टी के लिए प्रचार कर रहे हैं। रायबरेली, अमेठी लोकसभा सीट समाजवादी पार्टी-गठबंधन ने कांग्रेस के छोड़ दी हैं, उनके सामने कोई भी प्रत्याशी गठबंधन का नहीं उतारा गया है।
अमेठी, रायबरेली में सपा के स्थानीय नेता, कार्यकर्ता यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के समर्थन में चुनाव प्रचार कर रहे हैं और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव चुनावी जनसभाओं में यह कहें कि भाजपा और कांग्रेस मिली हुयी है तो उत्तर प्रदेश के लोग यह बात सुनकर हँसेंगे या रोयेंगे?
इसी तरह गठबंधन की दूसरी नेता बसपा सुप्रीमो मायावती कांग्रेस पर हल्के हमले कर तो रही हैं लेकिन उन्होंने भी कांग्रेस के बड़े दिग्गज नेताओं के सामने अपने गठबंधन के प्रत्याशी न उतारने पर सहमति दी है।
अब सवाल यह उठता है कि उत्तर प्रदेश की जनता को सपा प्रमुख अखिलेश यादव क्या जनता को मूर्ख बनाने के लिए यह बयान दे रहे हैं? प्रदेश की जनता इतनी अज्ञानी है कि सपा, बसपा, कांग्रेस का खुल्लमखुल्ला संयुक्त गठबंधन होने के बाद अखिलेश यादव की बात को मान लेंगे कि कांग्रेस और भाजपा मिले हुए हैं।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव, बसपा सुप्रीमो मायावती, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी तीनों की मिलकर भाजपा से लड़ रहे हैं और इसमें किसी को संदेह नहीं है| इन नेताओं को समझ में आना चाहिए कि जब सपा, बसपा, कांग्रेस का कोई भी नेता भाजपा से गठबंधन या मिले होने की बात करेगा तो जनता मूर्ख नहीं बनेगी। इन नेताओं के ही राजनैतिक परिपक्वता पर ही सवाल खड़े करेगी।