
जिला अस्पताल में एक बार फिर एंटी रैबीज वैक्सीन (एआरवी) खत्म हो गये हैं, इससे मरीजों को प्राइवेट में इंजेक्शन लगवाने पड़ रहे हैं। इस स्थिति का फायदा उठाते हुए दवा विक्रेता ब्लैक में एआरवी बेच रहे हैं।
जिला अस्पताल में पिछले एक सप्ताह से औसतन 220 से 260 तक मरीज रोजाना पहुंच रहे हैं। जिला अस्पताल में एआरवी निशुल्क लगाये जाते हैं यहां कई दिनों से एआरवी नहीं आ रहे हैं, इससे मरीजों को निराश लौटना पड़ रहा है। मजबूरी में मरीज प्राइवेट मैडीकल स्टोर से इंजेक्शन खरीद रहे हैं। सरकारी अस्पतालों में एआरवी की सप्लाई न होने से प्राइवेट मैडीकल स्टोर इंजेक्शन की डेढ़ गुना तक कीमत वसूल रहे हैं। एआरवी 300 से 400 रूपये तक की कीमत के रहती है। इंजेक्शन की सप्लाई कम आने के नाम पर 500 रूपये तक मरीजों से कीमत वसूलते हैं।
जिला अस्पताल के एसआईजी डॉ. सुबोध कुमार का कहना है कि शासन स्तर से ही इंजेक्शन नहीं आ रहा है, इसके चलते मरीजों को परेशानी हो रही है। ड्रग इंस्पेक्टर बृजेश यादव का कहना है कि इंजेक्शन की तय से अधिक कीमत लेने वाले स्टोरों के खिलाफ जांच करेंगे।