माकपा नेता सीताराम येचुरी द्वारा हिंदुओं को हिंसक बताने और भगवान राम- कृष्ण के बारे में की गई टिप्पणी को लेकर हरिद्वार के संत समाज ने घोर आपत्ति जताई है। योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा के येचुरी को अपना नाम बदलकर सीताराम से रावण कर लेना चाहिए। बैठक के बाद योग गुरु स्वामी रामदेव अन्य संतों के साथ मेला नियंत्रण कक्ष पहुंचकर एसएसपी जन्मेजय प्रभाकर खंडूड़ी से मिले और सीताराम येचुरी के खिलाफ तहरीर दी। स्वामी रामदेव ने सीताराम येचुरी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कानूनी कार्रवाई की मांग की है। संतों ने चेतावनी दी कि यदि उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो देशव्यापी आंदोलन किया जाएगा। जिसके बाद देर शाम येचुरी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
पुलिस ने फिलहाल मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एसएसपी जन्मेजय प्रभाकर खंडूरी ने बताया कि शनिवार की सुबह स्वामी रामदेव सहित कई अन्य संतों की ओर से तहरीर दी गई थी। जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
सीताराम येचुरी के खिलाफ योग गुरु स्वामी रामदेव ने मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कहा कि हिंसा कम्युनिस्टों का चरित्र है, हिंदू समाज का नहीं। उन्होंने देशभर के हिंदुओं से अपील की कि वह कम्युनिस्टों का बहिष्कार करें। शनिवार को उत्तरी हरिद्वार में संतों की बैठक के बाद पत्रकारों से वार्ता करते हुए स्वामी रामदेव ने कहा कि सीताराम येचुरी का बयान पूरी तरह असंवैधानिक है। यह असहिष्णुता की पराकाष्ठा है। योगगुरु स्वामी रामदेव ने कहा कि सीताराम येचुरी ने मानसिक संतुलन खो दिया है। हिंदू संस्कृति और धार्मिक ग्रंथों को बिना पढ़े ही वे अमर्यादित बयान देकर सनातन संस्कृति का अपमान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हिंदुओं को हिंसक बताकर सीताराम येचुरी अपने नाम के विपरीत आचरण कर रहे हैं। उन्हें अपने बयान के लिए हिंदू समाज से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। इस दौरान महामंडलेश्वर हरि चेतन सहित बड़ी संख्या में संत मौजूद रहे।
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