
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में चुनावी मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर देश की सुरक्षा और आतंकवाद के मुद्दे को जनता के बीच उछाला। पीएम ने साफ कहा कि उनकी सरकार देशहित में हर कदम उठाने और आतंक को जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस दौरान आजमगढ़ और आतंक को जोड़ते हुए ने पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना भी साधा।
पीएम ने कहा, ‘याद कीजिए, आजमगढ़ की साख के साथ इन लोगों की सरकार के समय किस तरह का खिलवाड़ किया था। जब भी कोई आतंकी हमला होता था, तो उसके तार खोजते हुए एजेंसियां आजमगढ़ पहुंच जाती थीं।’ पीएम ने कहा कि जब भ्रष्ट और मजबूर सरकार होती है तो वह चुनौतियों को ना तो झेल पाती है ।
इस दौरान पीएम ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए सवालिया लहजे में कहा कि आखिर 2014 के बाद देश के बड़े शहरों में बम धमाकों पर लगाम कैसे लग गई? पीएम ने यह भी सवाल किया कि आखिर 2014 के बाद आतंकी सिर्फ जम्मू-कश्मीर में एक छोटे हिस्से तक ही सीमित क्यों हो गए? पीएम ने यह भी कहा कि आखिर 2014 से पहले आतंकियों के साथ आजमगढ़ का नाम क्यों जोड़ा जाता था और अब ऐसा नहीं हो रहा है। पीएम ने खुद इसका जवाब देते हुए कहा कि यह इसलिए संभव हो पाया है क्योंकि देश में एक मजबूत सरकार है।
भोजपुरी भाषा और संस्कृति के साथ आजमगढ़ से बीजेपी प्रत्याशी निरहुआ को जोड़ते हुए पीएम ने कहा, आज हमारी भोजपुरी भाषा और संस्कृति की दुनिया भर में बहुत पहचान बनी है। इस क्षेत्र में हमारे साथी निरहुआ, रवि किशन और मनोज तिवारी जैसे मेधावी कलाकारों के परिश्रम से ही यह संभव हो पाया है।