- आगरा पुलिस भाजपा के नेता, कार्यकर्ताओं पर खो रही है अपना आपा
- दरोगा ने थाने पर दो पक्षों में सुलह कराने आये भाजपा के नेता के साथ मारपीट कर किया गिरतार
आगरा में वर्दीधारी योगी की पुलिस भाजपा के नेता-कार्यकर्ताओं के लिए आगरा में दुश्मन बनी हुयी है। भाजपा नेता को देखा नहीं और पुलिस वालों ने आपा खोया नहीं, इन दिनों यही चल रहा है। अब खेरागढ़ थाने में भाजपा के बूथ प्रभारी को पीट डाला और थाने में बन्द कर उसकी गिरतारी दिखा दी। उच्चाधिकारियों ने इस पर रिपोर्ट तलब की है। इससे पूर्व भी आगरा में कई थानों में भाजपा के छोटे-बड़े नेताओं को पुलिसकर्मी अपना निशाना बना चुके हैं। मौका लगते ही भाजपा नेताओं को पुलिसकर्मी बेईज्जत कर पीट देते हैं और हवालात में डाल देते हैं। आगरा में एक दर्जन घटनाएं ऐसी हो चुकी हैं जिसमें से कुछ पुलिसकर्मियों के विरूद्ध कार्यवाही की औपचारिकताएॅं पूरी कर वरिष्ठ अधिकारियों ने भाजपाइयों के गुस्से को शांत करने की कोशिश करते रहे हैं।
थाना खेरागढ़ दो पक्षों के बीच हुए झगड़े में समझौता कराने गये भाजपा के बूथ प्रभारी को ही पकड़ लिया, उनसे मारपीट भी की गयी। आरोप है कि दरोगा की डेढ़ माह पूर्व कहासुनी हो गयी थी, इसी रंजिश में उसने ऐसा किया। इंस्पेक्टर ने दरोगा के खिलाफ कार्यवाही के लिए उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया है।
नगला कमाल में 10 मई को सगे भाई करूआ और मोनू में पर झगड़ा हो गया था, सूचना पर पहुंची पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले गयी, यहां भाजपा के बूथ प्रभारी नगला कमाल निवासी रविंद्र परमार भी समझौता कराने के लिए पहुंच गये, उन्होंने दोनों पक्षों में सुलह करा दी, इसी बीच दरोगा रामनिवास पहुंच गये, दोनों पक्षों को छोड़ते ही दरोगा ने रविंद्र को पकड़ लिया और शांतिभंग की धारा में चालान कर दिया। आरोप है कि उन्हें धमकाते हुए पीटा भी गया।
बकौल रविंद्र, डेढ़ माह पूर्व कोर्ट के आदेश पर बोलेरो गाड़ी छुड़ाने के दौरान उनका दरोगा रामनिवास से विवाद हो गया था, रविंद्र का आरोप है कि दरोगा ने रिश्वत मांगी थी, मना करने पर धमकाने लगा, जबकि थाना प्रभारी निरीक्षक जसवीर सिंह ने कहा है कि मामला रिश्वत का नहीं, कहासुनी का था, व्यक्तिगत रंजिश में दरोगा ने भाजपा बूथ प्रभारी को गलत तरीके से पकड़ लिया है, उसके खिलाफ कार्यवाही के लिए उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।