
इस बार डायमंड हार्बर लोकसभा सीट बेहद खास हो गयी है, उक्त लोस सीट पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने अपने भतीजे अभिषेक बनर्जी को फिर से उम्मीदवार बनाया है। वर्तमान में अभिषेक ही डायमंड हार्बर के सांसद भी हैं। अभिषेक को टक्कर देने के लिए भाजपा ने नीलांजन रॉय जबकि माकर्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने फुआद हलोम को मैदान में उतारा है, डायमंड हार्बर में 19 मई को मतदान होना है।
केंद्र बनाम राज्य की राजनीतिक लड़ाई के बीच तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने अपने उम्मीदवारों-नेताओं को राज्य की सभी 42 सीटें जीतने का लक्ष्य दिया है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी बंगाल से 23 सीट जीतने का लक्ष्य दिया है। इस पर अमल करते हुए भाजपा नेताओं ने अभिषेक बनर्जी को घेरना भी शुरू कर दिया है। अभिषेक पर अवैध शराब के ठेके, कोयला खनन और अन्य गैर कानूनी कारोबार में भागीदार होने का आरोप लगाते हुए मोर्चा बंदी शुरू कर दी है। कुछ दिन पहले ही अभिषेक की पत्नी को कोलकाता एयरपोर्ट से दो किलो से अधिक सोने के साथ पकड़े जाने और उन्हें छुड़ाने के लिए राज्य पुलिस को भेजने के बाद राजनीति फिर गरमा गयी है। अभिषेक की पत्नी की दोहरी नागरिकता (भारत और थाईलैंड) को भी विपक्ष ने महत्व पूर्ण हथियार बना लिया है। अभिषेक ने मामले में सफाई देने के साथ ही भाजपा और माकपा नेताओं को मानहानि का मुकद्मा करने की चेतावनी दे डाली है, इससे भयभीत होने के बजाय पूरा विपक्ष अभिषेक के पीछे पड़ गया है, इसमें सबसे आगे भाजपा है। औपनिवेशिक भारत में डायमंड हार्बर कच्चे माल को यूरोप भेजे जाने का केंद्र था।