11 साल से आगरा विकास प्राधिकरण के एडीए हाइट्स प्रोजेक्ट के 250 से अधिक फ्लैट्स बिक नहीं पा रहे हैं और जिन फ्लैट्स का पंजीकरण जिन लोगों ने करा लिया था, वह भी उनको अब निरस्त करा रहे हैं। करोड़ों रूपये के इस प्रोजक्ट ने प्राधिकरण को कंगाल बना दिया है।
आगरा में करोड़ों रूपये से तैयार की गयी एडीए हाइट्स में अभी तक पूरे फ्लैट का आवंटन नहीं हो पाया है। इतना ही नहीं अभी तक जिन लोगों ने अपना पंजीकरण कराया था, अब उनका भी मोह भंग हो रहा है, इसका कारण महंगाई बतायी जा रही है आलम यह है कि काफी संख्या में लोग अपना आवंटन निरस्त कराकर पंजीकरण में जमा कराये गये रूपये वापस ले चुके हैं।
आगरा विकास प्राधिकरण की ओर से ताजनगरी में एडीए हाइट्स योजना के तहत 582 लैटों का निर्माण किया था जिनमें से अभी तक 309 फ्लैट का ही आवंटन हो पाया है, जबकि 273 फ्लैट अभी तक खाली पड़े हैं। दरअसल, एडीए ने योजना के तहत पांच तरह के फ्लैट तैयार किये थे जिनमें स्टूडियो 80, डीलक्स 80, सुपर डीलक्स वन 38, सुपर डीलक्स टू 42, अल्ट्रा डीलक्स 15 या गया था, जिनकी कीमत 28 लाख रूपये से शुरू हुयी थी, जो 92.40 लाख रूपये तक थी। शुरूआती दौर में तो शहर के लोगों ने दिलचस्पी ली थी, मगर धीरे-धीरे अब उनका एडीए हाइट्स से मोह भंग हो रहा है, तमाम ऐसे लोग हैं, जिन्होंने पहले योजना के तहत अपना पंजीकरण कराकर धनराशि जमा कर दी, इसके बाद किस्त भी जमा करने लगे थे। बताते हैं कि अब उसकी किस्त महंगी पड़ रही है, इस कारण लोग एडीए को 20 प्रतिशत धनराशि की कटौती कराकर बाकी अपना रूपया वापस ले रहे हैं।