उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में रमजान के पवित्र महीने में रोजा इफ्तार पार्टी में एक जेल से छूटे अपराधी को शामिल न करना इतना भारी पड़ गया कि उसने तीन मासूम बच्चों का अपहरण कर सिर और सीने में उनके गोली उतार दी रमजान के महीने में शैतान बिलाल ने अपने ही रिश्तेदार के बच्चों जिसमें दो भांजियां, एक भांजे को मार डाला और उनके शवों को ट्यूबवैल की हौदी में फैंककर चला गया। इस मामले में पुलिस की लापरवाही भी उजागर हुयी है जिसमें तीन मासूमों की गुमशुदगी के बाद भी बुलन्दशहर कोतवाली पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की। इसके बाद वहां के आला पुलिस अधिकारियों ने इंस्पेक्टर एंव थाने के मुंशी सहित लापरवाही बरतने पर निलंबित कर दिये हैं। एक हत्यारोपी को पुलिस ने गिरतारी कर लिया है तथा दो की गिरतारी का प्रयास किया जा रहा है।
रोजा इफ्तार पार्टी में न बुलाने से खफा ममेरे भाई ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर तीन मासूमों की अगवा कर गोली मारकर हत्या कर दी। आरोपितों ने तीनों शव धतूरी गांव स्थित एक ट्यूबवेल की हौज में फेंक दिये। पुलिस ने तीन आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर एक को गिरतारी कर लिया, अन्य दो आरोपितों की गिरतारी के लिए छः टीमें गठित की गयी हैं। एसएसपी ने नगर कोतवाल धु्रव भूषण दुबे व मुंशी अशोक को निलंबित कर एसपी सिटी को जांच सौंप दी है।
नगर कोतवाली क्षेत्र के फेसलाबाद मोहल्ले में दो सगे भाई जमशेद व हाफिज माहे आलम आसपास रहते हैं, ये मूलरूप से जहांगीराबाद थाना क्षेत्र के जलीलपुर गांव के हैं। शुक्रवार शाम जमशेद के यहां रोजा इतार में पड़ोसियों के अलावा रिश्तेदार भी आये थे। इतार के बाद रात करीब साढ़े नौ बजे घर के बाहर ख्ेल रही अलीबा (8) पुत्री हाफिज माहे आलम, आसमा (7) पुत्री जमशेद आलम व जमशेद का भानजा अब्दुल (8) पुत्र हसीन लापता हो गये, परिजनों ने तीनों बच्चों को तलाशा नहीं मिलने पर रात में परिजनों ने गुमशुदगी की तहरीर दी, लेकिन नगर कोतवाली के मुंशी ने मामले को दबा लिया। शनिवार सुबह तीनों बच्चों के शव फैसलाबाद से सात किलोमीटर दूर धतूरी गांव स्थित एक ट्यूबवेल की हौज में पड़े मिले।
एसएसपी एन. कोलांचि व एसपी सिटी अतुल कुमार श्रीवास्तव ने पीड़ित परिजनों से पूछताछ की, पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जमशेद के घर पर रोजा इफ्तार था, इसमें पीड़ित परिवार ने अपने भांजे बिलाल निवासी जलीलपुर गांव, थाना जहांगीराबाद के दोस्त सलमान निवासी जलीलपुर को नहीं बुलाया, इससे खफा सलमान ने बिलाल व गूंगा उर्फ इमरान निवासी मिर्जापुर संग मिलकर तीनों बच्चों को अगवा कर मौत के घात उतार दिया, पुलिस ने बिलाल को गिरतार कर लिया है।
पुलिस की जांच में अभी यह बात साफ नहीं हो पायी है कि आखिर कातिलों ने इतनी क्रूरता से मासूमों की हत्या क्यों की, पुलिस को शक है कि सिर्फ रोजा इफ्तार में न बुलाने पर कोई इस तरह का कदम कैसे उठा सकता है। वहीं, पोस्टमार्टम रिपोर्ट इस ओर इशारा कर रही है कि कातिलों ने मासूमों का कत्ल इस तरह किया जैसे वे किसी दुश्मन को मार
रहे हैं। कातिलों ने मासूमों के सिर व छाती में गोलियां दागीं, ताकि उनके बचने की जरा भी गुंजाइश न बचे। पुलिस जांच में सामने आया है कि कातिलों की मंशा तीन नहीं, बल्कि चार हत्याओं को अंजाम देने की थी।