ताज ट्रिपेजियम जोन के कारण आगरा में सीएनजी वाहनों की तादाद बढ़ती जा रही है, लेकिन सीमित सीएनजी पंप होने के कारण वाहनों की लंबी कतारें लगी रहती हैं। आगरा शहर में सीएनजी के 50 हजार से अधिक वाहनों के लिए मात्र 16 सीएनजी पंप काम कर रहे हैं और देहात क्षेत्र में एक भी पंप नहीं है। इन पंपों पर पूरे दिन लंबी-लंबी कतारें और सीएनजी के लिए मारामारी मची रहती है।
शहर में गिने चुने सीएनजी पंपों के कारण वाहन चालकों को सीएनजी भरवाने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है। कई सीएनजी पंपों पर सुबह से ही लाइन लग जाती है। एक ओर तो सीएनजी वाहनों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है तो दूसरी तरफ उनके लिए ईंधन ले पाना बड़ी समस्या बनता जा रहा है। देहात में एक भी सीएनजी पंप नहीं है।
एनएच-2 पर कामायनी हास्पिटल के नजदीक स्थित सीएनजी पंप पर सुबह से ही आटज्ञे चालक सीएनजी भरवाने के लिए आते हैं, उन्हें एक से दो घंटे तक लाइन में लगकर सीएनजी भरवानी पड़ती है। इस दौरान कार और अन्य गाड़ियों को पंप कर्मचारी बगैर लाइन लगाये ही सीएनजी दे देते हैं। यही हाल कोठी मीना बाजार, ट्रांसपोर्ट नगर के सीएनजी पंपों का है।
किसी भी पंप पर आटो चालकों को आसानी से सीएनजी नहीं मिल पाती है। इस कारण उनका काफी समय सीएनजी भरवाने में गुजर जाता है। उधर, टीटीजेड में डीजल वाहनों के संचालन पर प्रतिबंध लगने के बाद वर्ष 2018 में 29488 वाहन थे, इनकी संख्या वर्ष 2019 में बढ़कर 50 हजार तक पहुंच गयी है, लेकिन जिले में अभी तक महज 16 सीएनजी पंप ही संचालित हैं।