
आईसीसी के द्वारा महेंद्र सिंह धोनी के ग्लव्स पर पैरा मिलिट्री फोर्स के बलिदान बैज के निशान को हटाने के आदेश जारी करने के बाद से यद विवाद बड़ा हो गया है।वहीं इस मसले पर केंद्रीय खेल राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने कहा है, ‘खेल निकायों के मामलों में सरकार हस्तक्षेप नहीं करती है, वे स्वायत्त हैं। लेकिन जब मुद्दा देश की भावनाओं से जुड़ा होता है, तो राष्ट्र के हित को ध्यान में रखना होता है। मैं बीसीसीआई से अनुरोध करना चाहूंगा कि वह इस मामले को आईसीसी में उठाए।’
देश के लोग धोनी के समर्थन में उतर आये है और
पहलवान योगेश्वर दत्त ने धोनी का समर्थन करते हुए कहा कि हमें धोनी पर गर्व है और उन्हें सेना के बलिदान बैज वाले दस्तानों को पहनना जारी रखना चाहिए। उनके अलावा हॉकी के पूर्व कप्तान सरदार सिंह ने भी धोनी का समर्थन किया है।
इस विवाद पर पाकिस्तान के ही तारिक फतेह ने आपत्ति जताई है। फतेह ने कहा कि जब पाकिस्तानी टीम खेल के मैदान पर नमाज पढ़ती है तो आईसीसी को कोई दिक्कत नहीं होती, लेकिन जब कोई खिलाड़ी अपने ग्लव्स पर एक निशान लगा लेता है, तो उनको इससे क्यों समस्या हो रही है।
मिल्खा सिंह ने कहा कि आर्मी ने धोनी को सम्मान दिया है। धोनी और मिल्खा सिंह का दुनिया में नाम है तो यह सेना की वजह से है। धोनी ने कोई गलत काम नहीं किया है। इस मुद्दे को बढ़ाना नहीं चाहिए। महेंद्र सिंह धोनी ने जो किया है, वह एकदम सही किया। इसके लिए किसी भी तरह की परमिशन की जरूरत है। सेना को सम्मान देकर उन्होंने बेहतरीन काम किया है। इसमें किसी तरह का राजनीतिक संदेश नहीं है।