

मनीष शर्मा से बातचीत के दौरान दरवेश का विवाद बढ़ गया। इसी बीच, मनीष शर्मा ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल निकालकर मनोज पर फायर झोंक दिया मगर वो बाल-बाल बचा। मनीष शर्मा ने अगले पल ही बार कौंसिल अध्यक्ष दरवेश को ताबड़तोड़ पांच गोलियां मार दीं। दो गोली सीने में, एक कनपटी, एक हाथ और एक गोली कूल्हे में लगी। दरवेश लहूलुहान होकर वहीं गिर पड़ीं। इसी बीच मनीष ने खुद को भी गोली मार ली।
दो दिन पहले ही दरवेश यादव उत्तर प्रदेश बार कौंसिल की अध्यक्ष निर्वाचित हुई थीं। यूपी बार काउंसिल के इतिहास में वे पहली महिला अध्यक्ष बनी थीं। यूपी बार कौंसिल का चुनाव रविवार को प्रयागराज में हुआ था। दरवेश सिंह और हरिशंकर सिंह को बराबर 12-12 वोट मिले थे। दरवेश सिंह के नाम एक रिकॉर्ड यह भी है कि बार काउंसिल के 24 सदस्यों में वे अकेली महिला थीं।
दरवेश सिंह मूल रूप से एटा की रहने वाली थीं। 2016 में वे बार कौंसिल की उपाध्यक्ष और 2017 में कार्यकारी अध्यक्ष बनी थीं। वे पहली बार 2012 में सदस्य पद पर विजयी हुई थीं। तभी से बार कौंसिल में सक्रिय रहीं। उन्होंने आगरा कॉलेज से विधि स्नातक की डिग्री हासिल की। डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय (आगरा विश्वविद्यालय) से एलएलएम किया। उन्होंने 2004 में वकालत शुरू की। दरवेश के पिता सेवानिवृत क्षेत्राधिकारी यूपी पुलिस हैं। दरवेश सहित वे चार भाई बहन थे। जिसमें बहन कंचन दारोगा है, छोटी बहन रेशमा अभी पढ़ रही है और सनी दरवेश के साथ ही रहता था।