Friday, September 20, 2024

Crime, News, Uttar Pradesh

आगरा में सामूहिक दुष्कर्म और दरिंदगी का शिकार पीड़िता की उपचार के दौरान मौत

सामूहिक दुष्कर्म और दरिंदगी की शिकार पीड़िता मौत को मात नहीं दे सकी। छः दिन तक उससे जूझने के बाद जिंदगी की जंग हार गयी। बुधवार को अस्पताल में पीड़िता की सांसे थमने पर होश में आने की आस लगाये परिजन बिलख उठे, परिजन इस बात से क्षुब्ध थे कि पुलिस ने आरोपित को उसकी मौत के बाद गिरतार किया।
एसएन में एक सप्ताह से भर्ती पीड़िता के परिजन जी जान से उसकी सेवा में लगे थे, छः दिन तक मौत से जूझती पीड़िता को चंद मिनट के लिए होश आया था, उसने बहनों को बताया कि आरोपित उसे तमंचे के बल पर गाड़ी में डालकर ले गये थे, कमरे में बंधक बनाने का विरोध करने पर उसे बुरी तरह पीटा, दुष्कर्म के बाद उसके सिर में लोहे का पाइप मारा था, इसके बाद उसे होश नहीं रहा। बुधवार को पीड़िता की मौत पर विलाप करती बहनों का कहना था कि पुलिस ने आरोपित जीजा को यदि उसके जीवित रहते गिरतार किया होता तो उन्हें संतुष्टि होती। उन्होंने फैसला कर लिया था कि पुलिस जब तक आरोपित को गिरतार नहीं करेगी, वह उसका अंतिम संस्कार नहीं करतीं।
बहनों ने बताया कि होश में आने पर दुष्कर्म की शिकार बहनों का कहना था कि वह दोनों जीजा को सजा जरूर दिलाएं, यहीं उसकी अंतिम इच्छा बन गयी थी। दुष्कर्म के आरोपितों को उनकी मृतका की बहनें फांसी नहीं बल्कि उम्र कैद की सजा दिलाना चाहती हैं। बहनों का कहना था कि इससे आरोपित जिंदगी भर सलाखों के पीछे रहकर घुट-घुटकर मरेंगे, तब उन्हें पीड़िता के साथ की गयी दरिंदगी का अहसास हुआ।
परिजनों ने बताया कि पीड़िता को उसका पति 12 साल पहले मायके छोड़ गया था, पति का कहना था कि उसकी अपनी जेठानी और देवरानी से नहीं पटती, इसके चलते अक्सर विवाद होता था, पीड़िता ने कई बार विवाद राजीनामा करके घर लौटने का प्रयास किया लेकिन बात नहीं बनी।

Vijay Upadhyay

Vijay Upadhyay is a career journalist with 23 years of experience in various English & Hindi national dailies. He has worked with UNI, DD/AIR & The Pioneer, among other national newspapers. He currently heads the United News Room, a news agency engaged in providing local news content to national newspapers and television news channels