पूर्ववर्ती आगरा विश्वविद्यालय के नाम से विख्यात रहा वर्तमान में डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय का 93वां स्थापना दिवस सोमवार को मनाया गया, इसमें वक्ताओं ने विश्वविद्यालय के गौरवशाली इतिहास और शैक्षणिक कार्यों पर प्रकाश डाला।
मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. गिरीश चन्द सक्सेना ने विश्वविद्यालय के अतीत पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मानवीय मूल्यों के हरण होने से समाज में विकृतियां आयी हैं, इससे विश्वविद्यालय भी अछूता नहीं रहा, लेकिन अब पुरानी बातों को भूलकर शोध कार्यों से शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार कर गौरवशाली समय वापस लाया जा सकता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति डॉ. अरविंद दीक्षित ने कहा कि उनको जिस हाल में विश्वविद्यालय मिला था, उसमें निरंतर सुधार किया जा रहा है। निर्माण कार्य, नये पाठ्यक्रम समेत शोध क्षेत्र में कार्य चल रहे हैं। विशिष्ट अतिथि प्रो. सुंदरलाल ने कहा कि विश्वविद्यालय की भलाई के लिए कुलपति को और ऊर्जा का इस्तेमाल करना चाहिए जिससे शैक्षणिक सुधार हो सके।
डॉ. मनोज श्रीवास्तव और प्रो. अजय तनेता ने विश्वविद्यालय का रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत किया। संचालन डॉ. बीडी शुक्ला ने और आभार कुलसचिव केएन सिंह ने जताया। कार्यक्रम में डॉ. संजीव शर्मा, डॉ. संजय चौधरी, डॉ. वीके सारस्वत, डॉ. भारती सिंह रहे।