
प्रधानमंत्री कहा कि उनकी सरकार ने 2019-20 के बजट में प्रति व्यक्ति आय, खपत और उत्पादकता बढ़ाकर अगले पांच साल में देश की अर्थव्यवस्था को पांच हजार अरब डॉलर तक पहुंचाने का खाका पेश किया है। अर्थव्यवस्था की तुलना केक से करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘केक का आकार महत्वपूर्ण है। केक का आकार जितना बड़ा होगा, लोगों को उतना ही बड़ा हिस्सा मिलेगा। इसलिए हमने भारत की अर्थव्यवस्था को पांच हजार अरब डॉलर का बनाने का लक्ष्य रखा है। अर्थव्यवस्था का आकार जितना बड़ा होगा, यह देश में उतनी ही समृद्धि लाएगा।’’ अंतरराष्ट्रीय स्तर का उदाहरण देते हुए मोदी ने कहा कि जिन देशों ने विकासशील से विकसित होने की छलांग लगायी है, वह प्रति व्यक्ति आय के आधार पर ही लगायी है।
मोदी ने कहा, ‘‘भारत भी यह कर सकता है। यह लक्ष्य इतना मुश्किल नहीं है। जब प्रति व्यक्ति आय बढ़ेगी तो उससे उनकी क्रयशक्ति भी साथ में बढ़ेगी। इससे मांग में वृद्धि होगी। इस मांग की पूर्ति के लिए उत्पादन में वृद्धि होगी और सेवाओं का विस्तार होगा। इन सबसे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। प्रति व्यक्ति आय बढ़ने से बचत भी बढ़ेगी।’’ मोदी ने कहा कि कुछ लोग पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य पर सवाल उठा रहे हैं।