मेरठ में बुधवार रात को एक व्यापारी ने थाने के भीतर आत्मदाह की कोशिश की। थाने के गेट पर आग लगाकर व्यापारी रंजीत अपनी बाइक पर बैठा और स्पीड बढ़ाकर बाइक समेत थाने में घुस गया। व्यापारी और बाइक में आग की लपटें देखकर थाने में मौजूद पुलिसकर्मी दौड़े। थाने में अफरातफरी मच गई। कई पुलिसकर्मी तो थाने से भाग गए। वहीं व्यापारी बाइक समेत नीचे गिर गया।
इस दौरान थाने में इंस्पेक्टर व दो दरोगा समेत आठ पुलिसकर्मी मौजूद थे। इंस्पेक्टर ने व्यापारी को अस्पताल भेजकर पुलिस अधिकारियों को इसकी सूचना दी। थाने में आत्मदाह के प्रयास की जानकारी लगने पर पुलिस महकमे में खलबली मच गई और एसएसपी समेत कई थाने की पुलिस वहां पहुंची। उधर देर रात तक पुलिस मामले में लीपापोती करने में जुटी रही।
व्यापारी रंजीत सिंह इंस्पेक्टर टीपीनगर के मोबाइल पर मैसेज कर रहा था कि सर मेरी कॉल तो रिसीव कर लो। लेकिन उसके बाद भी इंस्पेक्टर ने कोई जवाब नहीं दिया।
दिन भर थाने के चक्कर काटने के बाद भी जब सुनवाई नहीं हुई तो व्यापारी यह सोचकर रात को थाने पहुंचा कि शायद अब इंस्पेक्टर या विवेचक से मुलाकात या बात हो जाए। लेकिन उसके बाद भी पुलिस ने थाने में व्यापारी से अभद्रता की। उसके बाद व्यापारी ने इंस्पेक्टर को मैसेज करके चेतावनी दी कि वह पेट्रोल छिड़ककर खुद को आग लगा लेगा।
मेरठ में स्पोर्ट्स व्यापारी रंजीत सिंह ने खाकी के नाकाम सिस्टम से हताश होकर बुधवार रात आत्मदाह जैसा खौफनाक कदम उठा लिया। इस सनसनीखेज घटना ने खाकी के उस चेहरे को सामने लाकर रख दिया है, जो थाने में फरियाद लेकर आने वालों को न्याय देने के बजाय उन्हें बेइज्जत करता है।
ReplyForward
|