उत्तर प्रदेश में मेरठ के बाद अब कन्नौज मे पुलिस द्वारा पीड़ितों की नहीं की सुनवाई तो कलक्ट्रेट में आत्मदाह करने पहुंच गया पीड़ित परिवार ,कन्नौज जमीन पर कब्जे का विरोध करने पर 12 जुलाई को कुछ लोगों ने किसान को परिवार समेत पीट दिया। गर्भवती महिला को भी नहीं बख्शा। शिकायत पर पुलिस ने दोनों पक्षों की ओर से रिपोर्ट तो दर्ज कर ली लेकिन न तो अवैध निर्माण रोका और न ही आरोपियों की गिरफ्तारी की। गुहार के बाद भी न्याय नहीं मिला तो शुक्रवार को पीड़ित परिवार कलक्ट्रेट में आत्मदाह करने पहुंच गया।
इसी तरह बुधवार को मेरठ में पुलिस द्वारा कार्यवाही न करने पर परेशान हो एक व्यवसायी ने थाने में आत्मदाह कर लिया था।
कन्नौज मे आत्मदाह करने से पहले ही सुरक्षा कर्मियों ने इन्हें दबोच लिया। अतिरिक्त मजिस्ट्रेट ने मामले की जांच कर कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत किया। तिर्वा तहसील क्षेत्र के गांव मनीपुर्वा निवासी परमेश्वर दयाल ने बताया कि इस समय परिवार कुछ लोगों से डरा हुआ है। 12 जुलाई को परिवार को कुछ लोगों ने घर में घुसकर पीटा था। महिलाओं को लहूलुहान कर दिया।गर्भवती बहू लक्ष्मी देवी के साथ भी मारपीट की गई। इससे उसकी हालत बिगड़ गई। पत्नी का हाथ टूट गया। आरोप है कि परमेश्वर दयाल की पुश्तैनी जमीन पर कब्जा करने की नीयत से कुछ लोग असलाह, धारदार हथियार, लाठी-डंडों व करीब 11-12 अज्ञात लोगों के साथ पहुंचे थे। जमीन पर अवैध निर्माण शुरू कर दिया। विरोध करने पर पीटकर घायल कर दिया।
घर में घुसकर घटना की। परमेश्वर दयाल ने पुलिस को सूचना दी, लेकिन रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई। घटना के पांच दिन बाद पुलिस ने मामले को दबाने के लिए दोनों पक्षों की रिपोर्ट दर्ज कर विवेचना की बात कहकर लीपापोती शुरू कर दी। न्याय न मिलने पर शुक्रवार को पीड़ित परिवार केरोसिन लेकर आत्मदाह करने कलक्ट्रेट पहुंच गया।