
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने मीडिया को बताया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा कानून व्यवस्था की समीक्षा के दौरान बुलंदशहर में थानेदारों की तैनाती में अनियमितता की बात सामने आई थी। मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक मुख्यालय से गोपनीय जांच कराई। जांच के दौरान आरोप सही पाए गए जिसके बाद डीजीपी ओम प्रकाश सिंह की रिपोर्ट पर एसएसपी बुलंदशहर को निलंबित कर दिया गया।
गोपनीय जांच के दौरान पाया गया कि बुलंदशहर में दो थाने ऐसे थे जहां सात दिन से भी कम समय की तैनाती थानेदारों को दी गई जबकि एक थाना ऐसा था जिस पर मात्र 33 दिन में थानेदार को बदल दिया गया जो डीजीपी द्वारा निर्धारित प्रक्रिया के विपरीत था। इतना ही नहीं कोलांची ने दो ऐसे थानेदारों को बतौर प्रभारी तैनात कर दिया जिनको पूर्व में परिनिंदा प्रविष्टि दी गई है।
ऐसे में कोलांची के द्वारा अपनाई गई प्रक्रिया पारदर्शी नहीं थी। अवस्थी ने बताया कि एसएसपी बुलंदशहर की उक्त कार्य प्रणाली से पुलिसिंग की महत्वपूर्ण कड़ी थाना प्रभारी के स्थायित्व में कमी आई है। कोलांची की इस करतूत से पुलिस की छवि धूमिल हुई है।