राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने प्रशासनिक मशीनरी से पूरी तरह सजग रहने और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए समन्वित प्रयास करने का निर्देश दिया। साथ ही विभिन्न राजनीतिक दलों, मजहबी संगठनों व सामाजिक संगठनों के नेताओं व आम जनता से कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने में राज्य प्रशासन का सहयोग करने की अपील की।
राज्यपाल ने राजभवन में आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में राज्य में पैदा हालात की समीक्षा की। बैठक में राज्यपाल के चार सलाहकार के विजय कुमार, केके शर्मा, के स्कंदन और फारूक खान के अलावा मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रह्मण्यम भी मौजूद रहे। सलाहकार के विजय कुमार, के स्कंदन और फारूक खान दोपहर बाद ही जम्मू प्रांत का जायजा लेने के बाद श्रीनगर पहुंचे थे।
उन्होंने राज्यपाल को जम्मू प्रांत के हालात से अवगत कराने के साथ ही कश्मीर घाटी में जरूरी वस्तुओं की उपलब्धता, आपूर्ति और लोगों को बिजली, पानी व स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता के बारे में जानकारी दी। उन्होंने राज्य के मौजूदा आंतरिक सुरक्षा परिदृश्य में कानून व्यवस्थ बनाए रखने के लिए किए गए विभिन्न प्रशासनिक प्रबंधों के असर से अवगत कराते हुए बताया कि स्थिति की लगातार समीक्षा की जा रही है। मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने राज्यपाल को बताया कि तीन माह से भी ज्यादा समय के लिए वादी में सभी आवश्यक वस्तुओं का पर्याप्त भंडार है।