
आगरा जिले के बरहन थाना क्षेत्र के गांव खुशहालपुर निवासी नूतन यादव (35) पुत्री जगदीश प्रसाद यादव एपीओ (सहायक अभियोजन अधिकारी) पद पर एटा के जलेसर न्यायालय में कार्यरत थी। पुलिस लाइन स्थित सरकारी आवास में भाई के साथ रहती थी।
सोमवार को भाई घर चला गया। आवास पर वो अकेली थी। मंगलवार की सुबह पहुंची काम करने वाली महिला ने कमरे के अंदर खून से लथपथ उनका शव पड़ा था। वो चीख पड़ी। महिला के चिल्लाने की आवाज सुन आसपास के लोग निकल आए।
सोमवार को भाई घर चला गया। आवास पर वो अकेली थी। मंगलवार की सुबह पहुंची काम करने वाली महिला ने कमरे के अंदर खून से लथपथ उनका शव पड़ा था। वो चीख पड़ी। महिला के चिल्लाने की आवाज सुन आसपास के लोग निकल आए।
एपीओ ‘नूतन हत्याकांड ‘ के बहाने एटा की स्मार्ट पुलिसिंग पर उठते ज्वलंत सवाल…..???
स्मार्ट पुलिसिंग सिस्टम की एटा में हुए हत्याकांड ने पोल खोल कर रख दी।जब पुलिस के गढ़ में घुस कर हत्यारों ने महिला अभियोजन अधिकारी को गोलियों से मौत के घाट उतार दिया। जबकि उक्त अधिकारी चारों तरफ से घिरे पुलिसिया इलाके में रह रहीं थी। मानो पुलिस छावनी जैसे इलाके में..!

घटनाक्रम के अनुसार एटा के जलेसर डिवीजन में तैनात सहायक अभियोजन अधिकारी कु नूतन यादव महिला थाने के पास पुलिस कैम्पस के सरकारी आवास में दूसरी मंजिल में रह रही थी। जिनकी हत्यारों कल रात घर मे घुस कर दुर्दांत हत्या कर दी।मामला उस समय प्रकाश में आ सका जब सुबह 9 बजे काम करने बाली घर मे आई।
हत्या की खबर काम बाली के आने पर सामने आई तो पूरे कैम्पस में सनसनी फैल गई । मौके पर पहुंचे पुलिस के अफसर फील्ड यूनिट की टीम फोरेंसिक टीम और डॉग स्क्वाड के माध्यम से जांच पड़ताल शरू हुई । कैम्पस के अन्य लोगो ने बताया ए पी ओ नूतन के यहाँ ज्यादा किसी का आना जाना नही था उसका सगा भाई आता जता रुकता था।
घटना की खबर सुन कर वकील समुदाय ओर बार के पदाधिकारी भी मौके पर घटना स्थल पर पहुंचे जहां मीडिया के समक्ष इस निर्मम हत्या की निंदा की ।
घटना स्थल से मृतका का शब पोस्ट मार्टम के लिए मोर्चरी पहुंचाया गया। पुलिस के अफसरों ने प्रथम दृष्टया माना है हत्या के पीछे निजी परिवारक मामला लगता है पुलिस दावा कर रही ह जल्द हत्यारो को पकड़ लिया जाएगा।
गौरतलब है अभी कुछ दिनों पूर्व एटा की (बार कौंसिल की अध्यक्ष )दरवेश यादव की दिनदहाड़े हत्या आगरा में की गई थी । अब फिर एटा की ए पी ओ नूतन यादव की सनसनीखेज हत्या ने स्मार्ट पुलिस सिस्टम पर सवाल खड़े कर दिए है वह भी तब जब घटना स्थल पुलिस महकमे का गढ़ हो बताते चले महिला थाने के अति निकट यह पुलिस कॉलोनी है जहां विभिन थानों के पुलिस अफसर और परिवारीजन रहते हैं कॉलोनी से कंट्रोल रूम निकट है यही नही पुलिस लाइन एव पुलिस कप्तान के आवास भी कुछ दूरी पर है । ऐसे में बेखोफ हत्यारे घटना को अंजाम देकर निकल जाते है पुलिस को 12 घण्टे बाद यह सनसनीखेज घटना पता चलती है?यह प्रश्न दिन भर वकील पत्रकार और प्रबुद्ध जनमानस में उभरता रहा है।
बरहाल युवा महिला अफसर नूतन यादव की निर्मम हत्या से परिवारीजन बेहाल हैं वही वकील समुदाय बेहद आहत है ।पोस्टमार्टम गृह पर आई मृतका की माँ बहिन का विलाप करुण क्रंदन सभी के दिल दहलाता रहा।
नगर कोतवाली में हत्या का मुकद्दमा दर्ज कर पुलिस ने अपराधियों तक पहुंचने के प्रयास शुरू कर दिए है।बड़े अफसर घटना स्थल पर दौरा करने के बाद जल्द घटना में शामिल हत्यारों को पकड़ने का दावा कर रहे है देखना है पुलिस के बेपरवाह सिस्टम पर सवाल उठाने बाली इस घटना का पर्दफाश कितनी जल्दी होता है। फिलहाल पुलिस के गढ़ में हुई इस घटना को लेकर आम आदमी की सुरक्षा सम्बन्धी बेचैनी बढ़ा दी है।