उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर जिले में जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह की संवेदनहीन और अपमानजनक टिप्पणी के बाद अस्पताल से भगाई गयी गर्भवती महिला की शनिवार को आखिरकार शाहजहाँपुर के ही एक चेरिटेबल अस्पताल में प्रसव के दौरान मौत हो गयी| महिला की मृत्यु का कारण प्रसव के दौरान अत्यधिक रक्तस्त्राव बताया जा रहा है|
बताया जा रहा है कि शाहजहाँपुर जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह विगत दिवस ज़िले के महिला अस्पताल जांच हेतु पहुंचे थे, जहां उन्होंने एक गर्भवती महिला को चौथा बच्चा पैदा करने पर उसे बेशर्म कह डाला। महिला गर्भवती थी और बिस्तर ना मिल पाने पर उसने डीएम से शिकायत की थी। जिस पर डीएम ने महिला से कहा चौथा बच्चा पैदा कर रही हो शर्म नहीं आती है।
हालांकि जिस वक्त डीएम साहब गर्भवती महिला से यह आपत्तिजनक सवाल कर रहे थे तो देखने और सुनने वाले भी भौचक्के रह गए। जबकि किसी महिला से एक जिम्मेदार अफसर इस तरह के शर्मनाक सवाल नहीं कर सकता । यही वजह है कि सामाजिक संगठन डीएम की शिकायत महिला आयोग और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से करने की बात कर रहे हैं।
जिलाधिकारी द्वारा अपमानित मिर्ज़ापुर निवासी महिला रेखा कुछ समय बाद महिला अस्पताल से चली गयी और समाज के कुछ जिम्मेदार नागरिकों ने उसे चेरिटेबल हॉस्पिटल में आज भर्ती करा था, जहां प्रसव के दौरान उसकी मौत हो जाने से ज़िले भर में जिलाधिकारी के विरुद्ध कार्यवाही की मांग उठ रही है|
शाहजहाँपुर के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ० आर पी रावत ने बताया है कि रेखा नामक उक्त महिला की मृत्यु शरीर में रक्त की कमी से हुई है| महिला निगोही रोड स्ट्रीट शाहजहाँपुर चेरिटेबल हॉस्पिटल में भर्ती कराई गयी थी जहां आज उसकी मृत्यु हो गयी| उन्होने शाहजहाँपुर महिला अस्पताल में रेखा को पलंग न मिल पाने की बात को खारिज करते हुए कहा कि अस्पताल में बेड की कमी नहीं है|