कश्मीरी कैदी किए जा रहे हैं अन्य राज्यों में स्थानांतरित। आगरा की सेंट्रल जेल में बना कश्मीरी कैदी ब्लॉक।
जम्मू एवं कश्मीर से अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35ए की समाप्ति के बाद सरकार एहतियात सुरक्षा कदम उठा रही है। हालांकि घाटी में अब तक कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है और जनजीवन धीरे-धीरे पटरी पर आ रहा है। उसके बाद भी यह आशंका है कि कश्मीर में अलगाववादी ताकतें किसी हरकत को अंजाम दे सकती हैं। इसी के चलते वहां की जेलों से कश्मीरी कैदी को दूसरी जेलों में ट्रांसफर किया जा रहा है।
आगरा सेंट्रल जेल में जम्मू कश्मीर से कश्मीरी कैदी की दूसरी खेप विशेष विमान से गुरुवार सुबह खेरिया एयरपोर्ट पहुंची। यहां से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 30 बंदियों को सेंट्रल जेल लाया गया। इन सभी को अलग-अलग बैरकों में रखा गया है।
इससे पहले यहां 70 कश्मीरी कैदी लाए गए थे। इनमें से कुछ सैय्यद अली शाह गिलानी के समर्थक भी बताए जा रहे हैं। गिलानी का करीबी कय्यूम भी इनमें शामिल है। जेल सूत्रों के मुताबिक जो 30 कश्मीरी कैदी आज आए हैं, इन्हें पहले आए बंदियों से अलग रखा जाएगा। इन्हें आपस में बातचीत की इजाजत नहीं दी गई है।
अब आगरा जेल में जम्मू-कश्मीर के कुल बंदियों की संंख्या 56 हो गई है। सुरक्षा एजेंसियां इन कैदियों को लेकर विशेष सतर्कता बरत रही हैं।
आगरा सेंट्रल जेल में शिफ्ट हुए 26 बंदियों से अब तक मुलाकात करने के लिए कोई नहीं आया है। सेंट्रल जेल प्रशासन के साथ आगरा पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां आसपास के मोहल्लों पर भी नजर रखे हैं। यहां रह रहे लोगों, किरायेदारों और उनके यहां आने-जाने वाले रिश्तेदारों की भी जानकारी ली जा रही है।