प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रमुख सचिव नृपेन्द्र मिश्रा ने कार्यमुक्त होने की इच्छा जताई है।प्रधानमंत्री मोदी ने उनसे दो सप्ताह के लिए अपना कार्यकाल जारी रखने का अनुरोध किया है। वहीं, पीएम मोदी ने पीके सिन्हा (सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी) को पीएमओ में विशेष अधिकारी के रूप में नियुक्त किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने प्रमुख सचिव के रिटायर होने पर उनके कार्यो की सराहना की है ।
सरकार के प्रधान प्रवक्ता सीतांशु कार ने कहा कि मोदी ने मिश्रा से दो सप्ताह तक पद पर बने रहने को कहा है। उन्होंने कहा कि पूर्व कैबिनेट सचिव पी के सिन्हा को प्रधानमंत्री ने विशेष दायित्व अधिकारी के रूप में नियुक्त किया है।
मिश्रा ने कहा, पीएम मोदी जी के नेतृत्व में देश की सेवा करना मेरी खुशकिस्मती रही। इस अवसर के लिए उनका तहेदिल से शुक्रिया अदा करता हूं। अब मेरे आगे बढ़ने का समय आ गया है।

नृपेंद्र मिश्रा के सेवामुक्त होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट किया है ,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा नृपेंद्र मिश्रा जी के सेवामुक्त होने के अनुरोध को स्वीकार कर लिया है. वे अपनी इच्छा के अनुरूप सितंबर के दूसरे हफ्ते से कार्यमुक्त हो जाएंगे। आगे के लिए उन्हें बहुत-बहुत शुभकामनाएं।
एक अन्य ट्वीट में पीएम मोदी ने कहा कि 2014 में जब मैंने प्रधानमंत्री के रूप में दायित्व संभाला, तब मेरे लिए दिल्ली भी नई थी और नृपेंद्र मिश्रा जी भी नए थे। लेकिन दिल्ली की शासन-व्यवस्था से वे भली-भांति परिचित थे. उस परिस्थिति में उन्होंने प्रिंसिपल सेक्रेटरी के रूप में अपनी बहुमूल्य सेवाएं दीं। उस समय उन्होंने न सिर्फ व्यक्तिगत रूप से मेरी मदद की, बल्कि 5 साल देश को आगे ले जाने में. जनता का विश्वास जीतने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा एक साथी के रूप में 5 साल तक हमेशा उन्होंने साथ दिया. 2019 के चुनाव नतीजे आने के बाद श्री नृपेंद्र मिश्रा जी ने खुद को प्रिंसिपल सेक्रेटरी के पद से सेवामुक्त किए जाने का अनुरोध किया था. तब मैंने उनसे वैकल्पिक व्यवस्था होने तक पद पर बने रहने का आग्रह किया था।
बता दें कि यूपी काडर के आईएएस नृपेंद्र मिश्रा इससे पहले मुलायम सिंह यादव और कल्याण सिंह सरकार में प्रमुख सचिव रह चुके हैं। उन्हें तेजतर्रार और ईमानदार अफसर के रूप में जाना जाता है। इसी ईमानदारी की बदौलत उन्हें केंद्र में काम करने का मौका मिला।
नृपेन्द्र मिश्रा को 2014 में प्रधानमंत्री का प्रमुख सचिव बनाया गया। वे डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशंस में सचिव रहे, डिपार्टमेंट ऑफ फर्टिलाइजर्स में भी 2002 से 2004 के बीच सचिव रहे। नृपेन्द्र रिटायर होने के बाद मनमोहन सरकार में 2006 से 2009 के बीच टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) के भी चेयरमैन रहे।