कर्नाटक के कांग्रेस नेता डी के शिवकुमार को धनशोधन मामले में ईडी ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। पूर्व कैबिनेट मंत्री और कनकपुरा के विधायक शिवकुमार पूछताछ के लिए चौथी बार मंगलवार को ईडी के सामने पेश हुए। अधिकारियों ने बताया कि उन्हें धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता को हिरासत में लेकर पूछताछ करने की जरूरत है, इसलिए उन्हें गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों के अनुसार शिवकुमार को ईडी बुधवार को यहां अदालत में पेश करेगी और उनकी हिरासत की मांग करेगी। ईडी ने शिवकुमार, नयी दिल्ली में कर्नाटक भवन में कर्मचारी हनुमनथैया और अन्य के खिलाफ पिछले साल धनशोधन का मामला दर्ज किया था। हालांकि शिवकुमार ने किसी भी गड़बड़ी से इनकार किया था।
शिवकुमार की गिरफ्तारी के ठीक बाद उनके ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा गया कि उनके खिलाफ मामला राजनीति से प्रेरित है। इसमें उन्हें गिरफ्तार कराने के मिशन में सफलता मिलने पर ‘भाजपा मित्रों’ पर निशाना साधा गया। ट्वीट में कहा गया,‘‘मैं पार्टी कार्यकर्ताओं,समर्थकों और शुभचिंतकों से हताश नहीं होने की अपील करता हूं क्योंकि मैंने कुछ भी गैर कानूनी नहीं किया है।
मुझे ईश्वर पर और हमारे देश की न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है और मुझे विश्वास है कि मैं इस प्रतिशोध की राजनीति से कानूनन और राजनीतिक रूप से विजेता बन कर निकलूंगा।’’ इसमे कहा गया है,‘‘मुझे गिरफ्तार कराने के मिशन में आखिरकार सफलता हासिल करने के लिए मैं भाजपा मित्रों को बधाई देता हूं। मेरे खिलाफ आईटी(आयकर) और ईडी के मामले राजनीति से प्रेरित हैं और मैं भाजपा की बदले की और प्रतिशोध की राजनीति का शिकार हुआ हूं।’’
करप्शन के मामले में कांग्रेस का दूसरा विकेट गिर गया है, पी चिदंबरम के बाद अब कर्नाटक में कांग्रेस के बाहुबली नेता डीके शिवकुमार भी गिरफ्तार हो गए हैं। प्रवर्तन निदेशालय ने डीके शिवकुमार को Prevention of Money Laundering Act के तहत दिल्ली में गिरफ्तार किया है। डीके शिवकुमार कर्नाटक में कांग्रेस के संकट मोचक के तौर पर जाने जाते हैं वो कर्नाटक में कांग्रेस और उसके गठबंधन की सरकारों में मंत्री भी रहे। खासतौर पर कर्नाटक में पिछली कुमारस्वामी सरकार के दौरान वो बहुत सक्रिय रहे, जिसमें उन्होंने कई बार सरकार को गिरने से बचाया था। पिछले पांच दिन से दिल्ली में डीके शिवकुमार से ईडी की पूछताछ चल रही थी, जिसमें आज आखिरकार उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।