राजस्थान के पूर्व राज्यपाल व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह (87) की भाजपा में फिर से वापसी हो गई है। सोमवार को कल्याण सिंह ने लखनऊ आकर भाजपा की सदस्यता हासिल की। उन्हें प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने सदस्यता दिलाई। कल्याण सिंह यूपी के दो बार मुख्यमंत्री रहे हैं। उनकी छवि कट्टरपंथी हिंदुत्ववादी व प्रखर वक्ता की है। राम मंदिर आंदोलन में उनकी भूमिका बेहद अहम रही थी।
भाजपा का सदस्य बनने के बाद कल्याण सिंह ने राम मंदिर मुद्दे पर राजनीतिक दलों को अपना रुख स्पष्ट करने की चुनौती दे दी।कल्याण ने कहा अयोध्या बड़ा पवित्र तीर्थ स्थल है,राम मंदिर का निर्माण करोड़ों लोगों की आस्था का प्रश्न है और मैं इस पर कोई राजनीति नहीं चाहता। राजस्थान में पांच वर्ष छह दिन राज्यपाल रहने के बाद सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह अपने प्रदेश लौटे तो भाजपा कार्यकर्ताओं ने झूमकर उनका स्वागत किया। अमौसी एयरपोर्ट से सैकड़ों वाहनों के काफिले में भाजपा मुख्यालय पहुंचे कल्याण ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
भाजपा मुख्यालय के माधव सभागार में प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कल्याण सिंह को पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस दौरान जयश्रीराम और लौह पुरुष कल्याण सिंह के नारे गूंजते रहे। फिर कल्याण अपने पौत्र राज्य मंत्री संदीप सिंह के दो माल एवेन्यू स्थित आवास पर पहुंचे। कार्यकर्ताओं से मिलने के बाद पत्रकारों से बातचीत की। राम मंदिर निर्माण के सवाल पर कल्याण ने कहा, ‘अयोध्या बड़ा पवित्र तीर्थ स्थल है। राम मंदिर का निर्माण करोड़ों लोगों की आस्था का प्रश्न है और मैं इस पर कोई राजनीति नहीं चाहता। सभी दल अपना मत स्पष्ट करें कि वह मंदिर के पक्ष में हैं या नहीं।
कल्याण ने यह भी साफ कर दिया कि मुझे चुनाव नहीं लड़ना है। सक्रिय राजनीति में भागीदारी इसलिए कर रहा हूं क्योंकि इसे जनसेवा के सशक्त माध्यम के रूप में देखता हूं। न मैं तन से रिटायर हूं और न मन से। उन्होंने योगी के कार्यकाल की सराहना की और कहा कि उनके राज में एक भी दंगा नहीं हुआ। कल्याण ने प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और संगठन महामंत्री सुनील बंसल के नेतृत्व क्षमता को भी खूब सराहा। सपा, बसपा और कांग्रेस की सत्ता में वापसी के सवाल पर कहा, ‘अगर किसी को लगता होगा तो यह जानिये कि ये सब अपना जनाधार खो चुके हैं। किसी दल या नेता का जनता में विश्वास टूट जाता है तो वह खड़ा नहीं हो पाता है।’
‘भाजपा सर्वस्पर्शी है और समाज के सभी वर्ग को लेकर चलती है। इसे वर्गों में नहीं बांट सकते हैं।’ उन्होंने कहा कि मैं प्रतियोगी नहीं सहयोगी बनूंगा। कल्याण ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व और प्रदेश में योगी का कोई विकल्प नहीं है। योगी का कार्यकाल स्वर्णिम है। मेरा कैसा था उसके बारे में कुछ नहीं कहूंगा।इस दौरान उनके बेटे एवं एटा से सांसद राजवीर सिंह और प्रदेश के वित्त राज्यमंत्री एवं पौत्र संदीप सिंह भी मौजूद थे।