उत्तर प्रदेश में रिश्वतखोरी का अमानवीय चेहरा आगरा में देखने को मिला है जिसमें पुलिस ने दो युवकों से रिश्वत वसूलने के लिये तब तक पुलिस थाने में पीटा जब उनको रिश्वत नहीं मिल गयी।
आगरा के पिनाहट थाने में पुलिस ने शनिवार रात बर्बरता की नई कहानी लिख दी। चोरी के आरोप में दो युवकों उठाकर हवालात में डाल दिया। रात भर उनको बेरहमी से पीटकर चमड़ी उधेड़ दी। सुबह दोनों से 26 हजार रुपये लेकर छोड़ दिया। एसएसपी ने थाना प्रभारी और दारोगा को निलंबित कर दिया। दोनों युवकों का मेडिकल भी कराया गया है।
कुकथरी गांव में 26 अगस्त की रात स्कूल संचालक राजीव तिवारी के घर लाखों की चोरी हुई थी। चोर जंगला काटकर माल ले गए थे। उन्होंने मुकदमा दर्ज कराया। इस केस के पर्दाफाश में जुटी पुलिस ने छह सितंबर की रात पुरा नत्था, पिनाहट निवासीगण अवधेश और संजू को शक के आधार पर पूछताछ के लिए उठाया। आरोप है कि थाने में दारोगा सोनू शर्मा उन्हें हवालात ले गए और हाथ पैर बांधकर पटे से पीटा।
रात भर इतना पीटा कि उनके कमर का पिछला हिस्सा नीला पड़ गया। युवकों के परिजनों का आरोप है कि बेहोश होने पर मुंह पर पानी छिड़ककर होश में लाए और फिर से पीटा गया। इस दौरान थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार गौतम भी वहीं थे। सात सितंबर की रात 10 बजे अवधेश और संजू को 26 हजार रुपये लेकर छोड़ दिया गया। यह रकम एक सिपाही के माध्यम से ली गई थी। सोमवार को दोनों के परिजनों को लेकर विधायक फतेहाबाद जितेंद्र वर्मा एसएसपी से मिले और पूरी घटना बताई।
पीड़ित युवकों के परिजनों का कहना है कि शक के आधार पर पहले तो उनके बेटों को पुलिस ले गई। वे खुद को निर्दोष बता रहे थे। इसके बाद भी पुलिसकर्मी नहीं माने। थाने ले जाकर पूछताछ करने के बजाया पुलिस ने बर्बरता दिखाई। वे अधिकारियों से सवाल कर रहे हैं कि निर्दोष को पीटने का अधिकार पुलिसकर्मियों को किसने दिया है। इस संबंध में थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार गौतम का कहना है कि चोरी में शक के आरोपितों को थाने के दारोगा सोनू शर्मा लेकर आए थे। मैं रात्रि गश्त पर निकल गया था। इसके बाद उनसे मारपीट की गई। रात को देरी से लौटा, तब भी किसी ने मुङो यह नहीं बताया। अगले दिन दोनों को छोड़ दिया गया था।