मेरठ, अलीगढ़, कानपुर, लखनऊ और आगरा के बीच एसी बसों में यात्रियों को बेहोश कर सामान ले जाने वाले जहरखुरान गैंग के दो बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गैंग ने हाल में हरीपर्वत क्षेत्र के हीरा कारोबारी के नौकर को बेहोश कर 25 लाख रुपये के हीरे लूटे थे। गैंग 200 से अधिक वारदात को अंजाम दे चुका है।
आगरा एसपी सिटी प्रशांत वर्मा ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों में चकेरी, कानपुर नगर निवासी भगवती प्रसाद और शिव कालोनी, लखीमपुर खीरी निवासी विनोद कुमार हैं। उन्हें शुक्रवार को लखनऊ एक्सप्रेस-वे के फतेहाबाद कट से गिरफ्तार किया। उनके पास से 20 लाख रुपये के हीरे, एक मोबाइल और 37,500 रुपये बरामद किए हैं।
गैंग मेरठ, अलीगढ़, कानपुर, लखनऊ और आगरा के बीच वारदात को अंजाम देने में लगा था। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि गैंग दस साल से जहरखुरानी करता आ रहा है। अब तक 200 से अधिक वारदात कर चुके हैं। भगवती की उम्र तकरीबन 60 साल है।
इस गैंग में चार बदमाश हैं। वह लखनऊ के केशरबाग और आलमबाग रोडवेज बस अड्डों पर सक्रिय रहते हैं। वो अच्छे कपड़े और जूते पहनते हैं। इससे लोग शक नहीं करते। रात में एसी बसों से यात्रा करने वाले लोग निशाने पर रहते थे।
टिकट खरीदने के दौरान यात्री से दोस्ती करते हैं। पहले इस बात का अंदाजा कर लेते हैं कि किसके पास सोने-चांदी के जेवरात और रकम है। रास्ते में डायजापाम पाउडर मिला पानी या बिस्कुट खिला देते हैं। बिस्कुट के पैकेट में हमेशा दूसरे बिस्कुट में नशीला पदार्थ मिलाते हैं।
पहला खुद खाते हैं, दूसरा यात्री को ऑफर करते हैं। यात्री के बेहोश होने पर फरार हो जाते हैं। सामान अन्य साथी बेचने ले जाते हैं। भगवती और विनोद कुमार दस साल से यह काम कर रहे हैं। लखनऊ से आगरा आने के बाद कुछ दिन रुकते हैं। कई बार बस से अलीगढ़ और मेरठ भी पहुंच जाते हैं। यहां भी वारदात कर चुके हैं।
हरीपर्वत क्षेत्र निवासी हीरा कारोबारी योगेश कुमार का कर्मचारी सूरत, गुजरात निवासी राघव भाई 28 अगस्त को 25 लाख के हीरे लेकर आईएसबीटी से लखनऊ जाने के लिए बस में बैठा था। गैंग ने बिस्कुट खिलाकर उसे बेहोश कर दिया। हीरे और अन्य सामान ले गए थे।
कर्मचारी ने मालिक को घटना की जानकारी दी। मगर, मालिक को नौकर पर ही शक था। बाद में पुलिस ने जांच की तो मामला सही पाया गया। नौ अप्रैल को लखनऊ से आ रहे एक अधिकारी चैतन्यपुरी कालोनी, तेलंगाना निवासी अप्रिवेश दाश्री का भी सामान ले गए थे। वह लखनऊ से फिरोजाबाद आ रहे थे।