असम के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रविवार को घोषणा की कि उनके राज्य में भी राष्ट्रीय नागरिक पंजी लागू की जाएगी।खट्टर ने पंचकूला में न्यायमूर्ति (सेवानिवृत) एच एस भल्ला और पूर्व नौसेना प्रमुख सुनील लांबा से उनके आवासों पर मुलाकात करने के बाद संवाददाताओं से कहा, ”हम हरियाणा में एनआरसी लागू करेंगे।
खट्टर ने अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अपनी पार्टी के ‘महासंपर्क अभियान के तहत इन दोनों से मुलाकात की। उन्होंने देश भर में एनआरसी को लागू करने का पहले भी समर्थन किया था।
उच्च न्यायालय के सेवानिवृत न्यायाधीश भल्ला से मिलने के बाद उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ”मैं महासंपर्क अभियान के तहत उनसे मिला। इस अभियान के तहत हम महत्वपूर्ण नागरिकों से मुलाकात करते हैं।
उन्होंने सेवानिवृत न्यायाधीश न्यायमूर्ति भल्ला के बारे में कहा, ” वह एनआरसी पर भी काम कर रहे हैं और शीघ्र ही असम जायेंगे। मैंने कहा कि हम हरियाणा में एनआरसी लागू करेंगे और हमने भल्लाजी का समर्थन और उनके सुझाव मांगे।
उधर, कांग्रेस नेता और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने खट्टर के इस विवादित बयान का समर्थन किया है। हुड्डा ने कहा- “जो मुख्यमंत्री ने कहा वह कानून है, विदेशियों को जाना होगा। यह सरकार की जिम्मेदारी कि वे उसकी पहचान करे।”
भूपेंद्र सिंह हुड्डा का यह बयान कांग्रेस के आधिकारिक स्टैंड से एक तरह से विपरीत है। कांग्रेस असम में एनआरसी की प्रक्रिया में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए राज्य की बीजेपी सरकार पर लगातार हमलावर रही है। ऐसे में हुड्डा का यह बयान थोड़ा हैरान करने वाला है। बता दें कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बेटे दीपेंदर हुड्डा ने जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने का विरोध किया था। उस वक्त भी पार्टी ने आर्टिकल 370 हटाने का विरोध किया था, लेकिन पार्टी की राय के विपरीत वह केंद्र के फैसले के समर्थन में आ गए थे।