भारत की स्टार पहलवान विनेश फोगाट ने बुधवार को विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता है। विनेश ने 53 किग्रा भारवर्ग में ग्रीस की मारिया प्रेवोलारकी को हारकर ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा जमाया।
मंगलवार को विश्व कुश्ती चैंपियनशिप की शुरुआत तो जबरदस्त की थी, लेकिन जापान की मौजूदा चैंपियन मायु मुकैदा से हारकर विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में खिताब की दौड़ से बाहर हो गई, लेकिन उन्हें भाग्य का साथ मिला और रेपेचेज राउंड के तहत मेडल जीतने का मौका मिला और अब वह ओलंपिक 2020 में क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय पहलवान बन गई हैं।
फोगाट ने रेसलिंग चैंपियनशिप में रेपेचेज के दूसरे मुकाबले में यूएसए की सारा एन को 8-2 हराकर ओलिंपिक कोटा हासिल कर लिया है और अब ब्रॉन्ज मेडल के लिए के लिए उनका मुकाबला आज रात मारिया प्रेवोलाराकी से होगा। इससे पहले विनेश ने 53 किग्रा वर्ग में रेपेचेज के पहले मुकाबले में यूलिया खावलदजी को एकतरफा मुकाबले में 5-0 से हरा दिया था। रेपचेज में विनेश शुरुआत से ही हावी दिख रही थीं।
हरियाणा की विनेश ने राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों में खिताब जीते हैं, लेकिन विश्व चैंपियनशिप में अभी तक पदक जीतने में नाकाम रही हैं। विनेश को पहले दौर में कड़ी नेश को 53 किग्रा में बेहद कड़ा ड्रॉ मिला है।
उन्होंने पहले दौर में रियो ओलिंपिक की ब्रॉन्ज मेडलिस्ट सोफिया मैटसन को 13-0 से हराकर शानदार शुरुआत की, लेकिन विश्व में नंबर-2 मुकैदा के सामने विनेश अपनी आक्रामक रणनीति पर कायम नहीं रहीं और 0-7 से हार गईं। पहले 60-70 सेकंड में कोई अंक नहीं बना, क्योंकि तब दोनों खिलाड़ी एक दूसरे को परख रही थीं। इसके बाद जापानी पहलवान ने दबदबा बनाया और विनेश ने लगातार अंक गंवाए।
25 वर्षीय विनेश फोगाट को रियो ओलंपिक 2016 में चोट लग गई थी। उसके बाद वह काफी समय पर बिस्तर पर रहीं, लेकिन इस बहादुर बेटी ने हिम्मत नहीं छोड़ी और फिर से अखाड़े में उतरी। विनेश ने शानदार वापसी की और गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों और जकार्ता एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता। विनेश ने 21वें कॉमनवेलथ गेम्स में 50 किलोग्राम की कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा था।

विनेश फोगाट द्रोणाचार्य अवार्ड विजेता महावीर फोगाट की भतीजी और इंटरनेशनल पहलवान गीता फोगाट की चचेरी बहन है। 24 अगस्त 1994 को जन्मीं विनेश के पिता राजपाल का जमीनी विवाद के चलते मर्डर हो गया था, जिसके बाद महावीर फोगाट ने विनेश और उसकी बहन प्रियंका को अपनाया और पहलवानी की ट्रेनिंग दी। विनेश ने भी अपने ताऊ जी का मान रखते हुए इंटरनेशनल लेवल पर एक गोल्ड समेत 8 मेडल जीतकर उनका और देश का नाम रोशन किया है।