कानपुर के काकादेव स्थित एक फैक्ट्री में उस समय हड़कंप मच गया जब वहां एक के बाद एक दो फांसी पर लटकती हुईं लाशें मिलीं। मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़ कर शवों को बाहर निकाला। परिजनों ने हत्या कर शव को लटकाने का आरोप लगाया है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
दीपक के पिता ने बताया कि सुबह दीपक के फोन न उठाने पर उन्होंने फैक्ट्री के गार्ड सुरेश को फोन किया जो सुबह की शिफ्ट में रहता है। सुरेश ने फैक्ट्री पहुंच कर दरवाजा खटखटाया पर काफी देर तक न खुलने पर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा खोलने की कोशिश की तो वह नहीं खुला।
इसपर पुलिस ने दरवाजा तोड़ दिया। सिक्योरिटी रूम के पास पहुंचते ही पुलिस को दीपक का शव पंखे के कुंडे में झूलता हुआ मिला। कुछ दूरी पर ही गूलर के पेड़ पर उसके दोस्त सचिन की भी लाश टंगी थी। दीपक के परिजनों ने अग्यात लोगों पर हत्या कर शव लटकाने की बात कही है। दीपक के पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। जिसमें लिखा है कि मैं अपनी मौत का जिम्मेदार हूं। पुलिस घटना की जांच करने में जुटी है।मृतक दीपक के पिता द्वारिका पाल ने कहा कि, सचिन मेरे बेटे दीपक का दोस्त है। मुझे लग रहा है कि दोनों बच्चो की किसी ने रात में हत्या की और शव को लटका दिया।
दोस्तों के आत्महत्या करने के मामले की जानकारी पर एसपी पश्चिम संजीव सुमन भी मौके पर पहुंचे और पूछताछ की। सीओ स्वरूप नगर अजीत सिंह चौहान ने कहा कि दीपक के पास सुसाइड नोट मिलने से माना जा रहा है कि पहले दीपक ने फांसी लगाई है। फंसने से बचने के लिए उसके दोस्त में फांसी लगा ली। दीपक के आत्महत्या के पीछे क्या कारण था यह स्पष्ट नहीं हुआ है। इस बारे में परिजनों से पूछताछ की जा रही है।