आगरा शहर के अनाथालय में रह रही युवती से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। इसका पता गुरुवार दोपहर को आश्रम की छत से पीड़िता के यमुना में छलांग लगाने पर चला। पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया है।
उसने अनाथालय में ही रह रहे दो किशोर और एक कर्मचारी पर आरोप लगाया है। पुलिस ने आश्रम प्रबंधक की ओर से नामजद केस दर्ज कर लिया है। प्रबंधक का कहना है कि किशोरी मानसिक रूप से परेशान है। उसका उपचार चल रहा है।
युवती 18 साल की है, 13 साल से अनाथालय में रह रही है। यहां उसके तीन भाई और एक बहन भी रहते हैं। गुरुवार सुबह 11 बजे उसे युवती आश्रम की छत पर जाते हुए भाई ने रोका और कमरे में ले गया।
दोपहर एक बजे वह निकली और छत पर जाकर यमुना में छलांग लगा दी। रेत पर गिरने से उसके सिर में चोट आई। इसके बाद फिर से कूदने जा रही थी तो वहां सफाई करा रहे एनजीओ से जुड़ी युवती को देखकर उसे दुष्कर्म की बात बताई।
उस युवती की सूचना पर पीड़िता को लेडी लॉयल अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां एसपी सिटी प्रशांत वर्मा और सीओ छत्ता उदयराज सिंह के पहुंचने पर उसने बताया कि अनाथालय के दो किशोर और एक कर्मचारी उसके कई बार दुष्कर्म कर चुके हैं। उदयराज सिंह ने बताया कि पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया है। नामजद आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
अनाथ आश्रम में हुए गंदे काम के उजागर होने के बाद शुक्रवार दोपहर महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह और सदस्य निर्मला दीक्षित निरीक्षण के लिए पहुंचीं। इस दौरान उन्होंने आश्रम के चप्पे चप्पे का निरीक्षण किया। आश्रम परिसर की एक टूटी दीवार की तरफ निरीक्षण के दौरान उनकी निगाह गई तो नजारा देख वो हैरान रह गईं। यहां बीयर की खाली केन पड़ी हुर्इ थीं। इस बाबत जब उन्होंने आश्रम के पदाधिकारियों से जवाब तलब किया तो संतोषजनक जवाब उन्हें नहीं मिला। आश्रम में रहने वाली लड़कियों के मोबाइल भी उन्होंने चैक किये।