मथुरा-वृंदावन आने वाले भगवान श्रीकृष्ण के भक्तों को भारतीय रेलवे ने नवरात्रि तोहफा दिया है। रेलवे ने भक्तों और आम जनता की सहूलियत के लिए मथुरा-वृंदावन के बीच एक बार फिर रेलबस सेवा को शुरू कर दिया है।
रेल मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि भारतीय रेलवे की ओर से आगरा मंडल के मथुरा-वृंदावन सेक्शन के बीच चलने वाली रेलबस सेवा का फिर से संचालन कर दिया गया है । यह रेलबस सेवा पूरे मथुरा शहर से होते हुए वृंदावन पहुंचती है। मथुरा से वृंदावन का किराया मात्र 10 रुपए रखा गया है। मथुरा से वृंदावन के बीच करीब 12 किलोमीटर तक मीटर गेज पर इस रेलबस का संचालन होता है। यह रेलबस सेवा हर घंटे उपलब्ध रहती है। यात्रियों की सहूलियत के लिए रेलवे बोर्ड ने एक नई रेलबस तैयार कराने का भी आदेश दिया है।
करीब छह महीने पहले भारतीय रेलवे ने मथुरा-वृंदावन के बीच चलने वाली इस रेलबस सेवा को बंद कर दिया था। हाल ही में मथुरा की भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने भक्तों की सहूलियत के लिए इस रेलबस सेवा को फिर से शुरू करने का प्रस्ताव रेलवे को दिया था। इसके बाद रेलबस की बरेली के इज्जतनगर डीजल इंजन डिपो में मरम्मत कराई थी। 29 सितंबर को ही मथुरा-वृंदावन के बीच रेलबस का ट्रायल किया गया था।
रेलबस पर आपको भगवान कृष्ण की लीला के दृश्य दिखाई देंगे. इस रेलबस को डीजल से चलाया जा रहा है। रेल अधिकारियों को उम्मीद है कि पर्यटकों को रेलवे की ये सेवा काफी पसंद आएगी. वहीं इस सेवा से स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा देने में भी मदद मिलेगी।
रेलबस रेलवे का एक कोच होता है. इस कोच में दोनों तरफ मोटर लगी होती है. ऐसे में इसे चलाने के लिए इंजन की जरूरत नहीं होती है। ये कोच अपने आप आगे और पीछे चल सकता है, सामान्य तौर पर रेलबस का प्रयोग रेलवे के अधिकारी पटरियों और स्टेशनों के निरीक्षण के लिए करते हैं।