राफेल लड़ाकू विमान की पूजा पर सवाल उठाकर विवादों में घिरी कांग्रेस पार्टी अब एक नई मुसीबत में फंस गई है। दरअसल, ब्रिटेन की लेबर पार्टी Labour Party के नेता जेरेमी कॉर्बिन Jeremy Corbyn ने कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के बाद कश्मीर का मुद्दा उठाया है। कॉर्बिन ने कहा कि क्षेत्र में तनाव कम करने की कोशिश होनी चाहिए और हिंसा का दौर खत्म होना चाहिए। बीजेपी ने इस पूरे मामले पर कांग्रेस पर हमला बोला है। पार्टी ने ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस को जवाब देना चाहिए कि उनके नेताओं ने विदेशी नेताओं से चर्चा के दौरान क्या बात कही है। वहीं इस मामले पर सफाई देते हुए कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कश्मीर को पूरी तरह भारत का आंतरिक मामला बताया। आपको बता दें कि भारत कई अतंरराष्ट्रीय मंचों पर साफ कह चुका है कि कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है। इसके बावजूद कांग्रेस के नेताओं का इस मामले पर विदेशी नेताओं से बात करना सवाल खड़े कर रहा है।
ब्रिटेन की लेबर पार्टी के नेता जेरेमी कॉर्बिन ने कहा, ‘भारत की कांग्रेस पार्टी के ब्रिटिश प्रतिनिधियों के साथ काफी अच्छी मीटिंग हुई। इस मीटिंग में हमने कश्मीर में मानवाधिकार की स्थिति पर चर्चा की। तनाव को तुरंत कम किए जाने की जरूरत है और क्षेत्र में लंबे समय से चल रहा हिंसा और डर का दौर खत्म होना चाहिए।’
बीजेपी ने कॉर्बिन के इस बयान को बेहद गंभीरता से लिया है। बीजेपी ने ट्वीट कर कांग्रेस पार्टी से इस पर जवाब मांगा है। बीजेपी ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘भय उत्पन्न करने वाला! देश की जनता कांग्रेस पार्टी से सफाई चाहती है कि उनके नेताओं ने विदेशी नेताओं से क्या बात की है? देश की जनता कांग्रेस पार्टी को उनकी इस धोखेबाजी के लिए करारा जवाब देगी।
इस पूरे मामले पर बीजेपी की ओवरसीज सेल के प्रमुख डॉक्टर विजय चौथाईवाले ने कहा, ‘कॉर्बिन Jeremy Corbyn ने साफ कहा है कि उन्होंने भारत की कांग्रेस पार्टी के नेताओं से मुलाकात की, इसका मतलब साफ है कि कांग्रेस अब इससे मुकर नहीं सकती है। इसमें कई ऐसे चेहरे हैं, जो राहुल गांधी समेत कई कांग्रेस नेताओं के करीबी समझे जाते हैं। इससे भी साफ हो जाता है कि वे कांग्रेस पार्टी का प्रतिनिधित्व करते हैं। इस हालात में लेबर पार्टी ने भारत विरोधी और पाक समर्थित स्टैंड लिया है। ऐसे में कॉर्बिन से कांग्रेस नेताओं का मिलना ठीक नहीं है।’
चौथाईवाले ने कहा, ‘कांग्रेस को पूरे मामले पर सफाई देनी चाहिए। यूके में रह रहे भारतीय इससे काफी नाराज हैं। वहां रह रहे भारतीय लेबर पार्टी के नेताओं का बहिष्कार करेंगे। लेबर पार्टी के नेताओं को कांग्रेस द्वारा महत्व दिया जाना भारत के हित में नहीं है।’
इस बैठक में इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रेजिडेंट कमल धालीवाल, जनरल सेक्रटरी गुरमिंदर रंधावा भी मौजूद थे। बताया जा रहा है कि धालीवाल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के काफी करीबी हैं। राहुल जब भी ब्रिटेन दौरे पर जाते हैं तो कमल धालीवाल से जरूर मुलाकात करते हैं। इस खबर के बाद सोशल मीडिया पर धालीवाल और राहुल गांधी की तस्वीरें भी वायरल हो रही हैं।
इससे पहले देश को मिले पहले राफेल विमान की पूजा को लेकर कांग्रेस पार्टी निशाने पर आ गई थी। कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने इसे ‘ड्रामा’ करार देते हुए कहा था, ‘यह क्या बात हुई कि रक्षा मंत्री राफेल को रिसीव कर रहे हैं, डिफेंस फोर्सेज से जुड़े लोगों को इसे रिसीव करना चाहिए। यह औरों की तरह सिर्फ एक हथियार है, जिसे आप खरीद रहे हैं। विजयादशमी का पूरा प्रसंग और राफेल एयरक्राफ्ट का आपस में कोई मेल नहीं है। यह ऐसा त्योहार है जिसे हम सभी मनाते हैं। आप इसे एक एयरक्राफ्ट के लाने से कैसे जोड़ सकते हैं? इस सरकार के साथ सबसे बड़ी समस्या यह है कि बिना कोई ठोस काम किए हर चीज को नौटंकी बना देते हैं।’ कई और कांग्रेसी नेताओं ने इस पर आपत्ति जताई थी।