हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी भले ही बहुमत से चूक गई लेकिन वह सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी है। अब वह निर्दलीय विधायकों के समर्थन से फिर से सरकार बनाने की तैयारी में है। सूत्रों के मुताबिक, सिंगल लार्जेस्ट पार्टी होने के नाते मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर जल्द ही राज्यपाल सत्यनारायण आर्य से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, खट्टर दिवाली से पहले शुक्रवार को सीएम पद की शपथ लेंगे।
इस बीच बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक खत्म हो गई है। संसदीय बोर्ड ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को महाराष्ट्र और हरियाणा में सरकार गठन पर फैसला लेने के लिए अधिकृत किया है। संसदीय बोर्ड में फैसला हुआ कि दोनों ही राज्यों में मुख्यमंत्री नहीं बदले जाएंगे यानी हरियाणा में खट्टर और महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस सीएम पद की शपथ ले सकते हैं।
90 सदस्यों वाली हरियाणा विधानसभा में बीजेपी 40 सीटें मिली है। इस तरह वह बहुमत के आंकड़े 46 से 6 सीट पीछे है। बीजेपी इसकी भरपाई निर्दलियों से करने की कोशिश कर रही है। 7 निर्दलीय विधायकों ने जीत हासिल की है। अतेली सीट का परिणाम अभी घोषित नहीं हुआ है।
इस बीच सिरसा से जीत हासिल करने वाले हरियाणा जनहित पार्टी के नेता गोपाल कांडा के भाई गोविंद कांडा ने दावा किया है कि उनके भाई के साथ-साथ 6 निर्दलीय विधायक भी बीजेपी को समर्थन देंगे। उन्होंने कहा कि गोपाल कांडा 6 निर्दलीय विधायकों के साथ दिल्ली रवाना हो चुके हैं। गोविंद कांडा ने कहा कि इस बार के रिजल्ट बिल्कुल 2009 की तरह हैं। उस बार कांग्रेस 40 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी थी तो इस बार उसकी जगह बीजेपी है। उन्होंने कहा कि 10 साल बाद इतिहास दोहराया जा रहा है। तब उनके भाई ने कांग्रेस की सरकार बनवाई थी, इस बार बीजेपी की बनवाएंगे।

बता दें कि हरियाणा में बीजेपी ने 40, कांग्रेस ने 31 और जेजेपी ने 10 सीटों पर जीत हासिल की है। इसके आईएनएलडी और हरियाणा लोकहित पार्टी को 1-1 सीट मिली है। 7 सीटों पर निर्दलियों ने जीत का परचम लहराया है। दोपहर तक जब बीजेपी 40 के आंकड़े से नीचे थी तो जेजेपी को किंगमेकर माना जा रहा था। लेकिन फाइनल फिगर आने के बाद अब निर्दलीय विधायक किंगमेकर बनकर उभर हैं।