महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने गुरुवार को नागपुर दक्षिण-पश्चिम विधानसभा सीट पर अपने निकटतम प्रतिद्वन्दी कांग्रेस के आशीष देशमुख को हराकर अपनी सीट बरकरार रखी। भारतीय जनता पाटीर् के प्रत्याशी देवेंद्र फडनवीस ने इस सीट से लगातार तीसरी बार जीत हासिल कर हैट्रिक बनायी। इस बार के चुनाव में देवेंद्र फडणवीस को 108256 मिले जबकि कांग्रेस उम्मीदवार डॉ आशिष देशमुख को 58774 वोट मिले। तीसरे नंबर पर बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार विवेक विनायक हडके को 7288 मिले।
विधानसभा चुनाव में जीतने वाले अन्य प्रमुख उम्मीदवारों में कांग्रेस के डॉ नितिन राउत हैं जिन्होंने उत्तरी नागपुर सीट पर भाजपा के प्रत्याशी डॉ मिलिंद माने को हराया। कांग्रेस ने भाजपा से यह सीट छीनी है जिसने 2०14 का चुनाव जीता था। कांग्रेस नगर इकाई के अध्यक्ष विकास ठाकरे ने नागपुर पश्चिम सीट पर भाजपा के सुधाकर देशमुख को 64०० मतों के अंतर से शिकस्त दी। इसी प्रकार कांग्रेस के मौजूदा विधायक सुनील केदार साओनर सीट से भाजपा के डॉ. पोतदार को 2०365 मतों के अंतर से हराया। वहीं केदार ने अपनी सीट बरकरार रखी।
भाजपा के कृष्णा खोपड़े ने नागपुर पूवीर् सीट पर कांग्रेस के पुरुषोत्तम हजारे को भारी मतों के अंतर से हराया। श्री खोपड़े ने इस जीत के साथ हैट्रिक बनायी। भाजपा के समीर मेघे ने विदर्भ क्षेत्र के हिंगना सीट पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पाटीर् (राकांपा) के विजय घोडमारे को हराकर अपनी सीट बरकरार रखी। भंडारा जिले के सकोली सीट पर कांग्रेस के नाना पटोले ने भाजपा के प्रणय फुके को 12००० मतों के अंतर से पराजित किया। राकांपा के वरिष्ठ नेता अनिल देशमुख ने अपने गढ़ कटोल निवार्चन क्षेत्र से जीत हासिल करने में सफल रहे। वर्ष 2०14 के चुनाव में वह अपने भतीजे डॉ आशीष देशमुख से चुनाव हार गये थे।
कांग्रेस ने इस बार देवेंद्र फडणवीस को टक्कर देने के लिए बीजेपी के पूर्व विधायक रहे आशीष देशमुख को चुनाव मैदान में उतारा था। देशमुख के बारे में आपको बता दें कि अलग विदर्भ राज्य की मांग के प्रबल समर्थक हैं। आशीष के पिता रंजीत देशमुख हैं जो कि महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष भी रह चुके हैं और राज्य मंत्री भी। 2004 के विधानसभा चुनाव में देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से रंजीत को मात दी थी। दूसरी ओर से आशीष देशमुख जो कि 2014 में बीजेपी के टिकट पर काटोल सीट से विधायक निर्वाचित हुए थे। लेकिन पिछले साल अक्टूबर में उन्होने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया।
