Sunday, April 20, 2025

Crime, Delhi, Law, News

दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में पुलिस और वकीलों के बीच हिंसक झड़प, कई गाड़ियों को आग के हवाले किया

तीस हजारी कोर्ट परिसर में मामूली बात पर दिल्ली पुलिस और वकीलों के बीच हिंसक झड़प हो गई है। इस दौरान पुलिस की 9 गाड़ियों को फूंक दिया गया है। पुलिसकर्मियों और कवरेज के लिए पहुंचे कुछ पत्रकारों की पीटा गया है। झड़प में कई वकील भी घायल हुए हैं, जिन्हें सेंट स्टीफन अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वकीलों ने फायरिंग का आरोप लगाया है, लेकिन पुलिस इससे इनकार कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, हंगामे का फायदा उठाकर एक कैदी भी फरार हो गया है।

विवाद की शुरुआत दोपहर साढ़े 3 बजे के करीब लॉक अप के बाहर एक पुलिसकर्मी और विजय नाम के एक वकील के बीच कहासुनी से हुई। इसी बीच दिल्ली पुलिस की थर्ड बटैलियन में तैनात एक पुलिसकर्मी ने कथित तौर पर फायरिंग कर दी। इस घटना के बाद तमाम वकील कोर्ट के बाहर इकट्ठे हो गए और ट्रैफिक जाम कर दिया।

हालांकि, मौके पर भारी पुलिस बल पहुंच गया है। लेकिन, पुलिस बल को कोर्ट परिसर के अंदर जाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी। क्योंकि, इस झड़प के बाद वकीलों ने कोर्ट परिसर का मुख्य द्वार बंद कर दिया गया था। मुख्य द्वार में ताला लगाकर वकीलों ने अंदर से नारेबाजी की। इस दौरान पुलिस बाहर से ही स्थिति को कंट्रोल करने की कोशिश करती रही लेकिन जब बात और ज्यादा बढ़ने लगी तो पुलिस कोर्ट परिसर में घुस गई।

पुलिस और वकीलों के बीच इस झगड़े के बाद परिसर में तनाव फैल गया है। कुछ पुलिस अधिकारियों पर भी हमला किया गया। वकीलों का आरोप है कि पुलिस ने एक वकील को बुरी तरह पीटा और फायरिंग की इसके बाद बात बिगड़ी। मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि कैदियों की एक गाड़ी को भी आग के हवाले कर दिया गया है। आग बुझाने के लिए मौके पर दमकल की गाड़ियां पहुंचीं । मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल को भेजा गया।

तीस हजारी बार एसोसिएशन के सचिव जयवीर सिंह चौहान ने बताया कि एक वकील की कार, पुलिस की जेल वैन को छू गई जिसके बाद वकीलों और पुलिसकर्मियों के बीच बहस हो गई। चौहान ने आरोप लगाया, ‘इसके बाद उन्हें हवालात ले जाया गया और बुरी तरह पीटा गया। थाना प्रभारी आए लेकिन भीतर जाने नहीं दिया गया। मध्य और पश्चिमी जिले के जिला न्यायाधीश, छह अन्य न्यायाधीशों के साथ वहां गए लेकिन वकील को नहीं निकलवा पाए।’ आगे उन्होंने दावा किया कि न्यायाधीश जब जा रहे थे तो 20 मिनट बाद पुलिस ने चार राउंड गोलियां चलाई। उन्होंने दावा किया कि अन्य वकीलों के साथ बाहर में प्रदर्शन कर रहे एक वकील रंजीत सिंह मलिक गोली से घायल हो गए। उन्होंने बताया कि घायल वकीलों को सेंट स्टीफन अस्पताल ले जाया गया।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि झड़प के दौरान एक वाहन में आग लगा दी गई और 8 अन्य को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। दमकल विभाग ने मौके पर 10 गाड़ियों को भेजा। झड़प के बाद घटनास्थल पर भारी संख्या में पुलिसकर्मियों और दंगा रोधी वाहनों को तैनात किया गया। बहरहाल, अदालत परिसर के द्वार के सामने बैठकर प्रदर्शन करते हुए वकीलों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने घटना के दौरान गोली चलाई और इसमें संलिप्त कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

इस पूरे मामले पर बात करते हुए बार काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा ने कहा, “यह दिल्ली पुलिस की बहुत ही क्रूर कार्रवाई है। बस, कुछ पार्किंग मुद्दे के कारण, पुलिस ने निर्दोष अधिवक्ताओं पर गोलीबारी शुरू कर दी। बार काउंसिल इसे बर्दाश्त नहीं कर सकता।” उन्होंने आगे कहा कि हमने उच्च पुलिस अधिकारियों और सरकार से मांग की है कि दोषी पुलिसकर्मियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और उन्हें निलंबित कर दिया जाए।
Vijay Upadhyay

Vijay Upadhyay is a career journalist with 23 years of experience in various English & Hindi national dailies. He has worked with UNI, DD/AIR & The Pioneer, among other national newspapers. He currently heads the United News Room, a news agency engaged in providing local news content to national newspapers and television news channels