आगरा जनपद में बेखौफ खनन माफिया ने एक बार फिर दुस्साहसिक वारदात को अंजाम दिया है। थाना इरादत नगर क्षेत्र में खनन माफिया ने दरोगा को गोली मार दी। घायल दरोगा को आगरा के पुष्पांजलि अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना इरादत नगर क्षेत्र के गांव सदुपरा पीपलरास्ते की है। मंगलवार को जांच प्रार्थना पत्र पर थाना इरादत नगर में तैनात सब इंस्पेक्टर निशामक त्यागी सिपाही जितेंद्र के साथ गांव जा रहे थे। रास्ते में खनन से लदा ट्रैक्टर-ट्रॉली आ रहा था।
घायल सब इंस्पेक्टर के अनुसार उन्होंने खनन से लदा ट्रैक्टर रुकवाया। इस पर ट्रैक्टर चालक ट्रॉली में लदे रेत को उतारने लगा। जब रोका तो उसने तमंचे से फायर कर दिया। दरोगा निशामक त्यागी के पैर में गोली जा लगी। घायल होने पर भी दरोगा ने हमराही की मदद से हमलावर को दबोच लिया। वहीं सूचना के बाद मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मी घायल दरोगा को पुष्पांजलि अस्पताल लेकर आए। घायल दरोगा निशामक त्यागी गाजियाबाद के मुरादनगर के रावली कला का निवासी है।
इसी साल पांच जून को खेरागढ़ क्षेत्र में खनन माफिया ने बुधवार को पुलिस टीम पर फायरिंग की। इसमें एक सिपाही और एक राहगीर घायल हो गए थे, जबकि पिनाहट में वनकर्मियों को ट्रैक्टर ट्रॉली से कुचलने की कोशिश की थी। हमले में एक वनकर्मी घायल हो गया था।
बता दें कि चंबल और यमुना नदी के आसपास राजस्थान व स्थानीय खनन माफिया बेखौफ होकर खनन करते हैं। खनन माफिया द्वारा पुलिस पर हमले की यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले ही कई बार पुलिस पर फायरिंग हो चुकी है।
पुलिस महानिरीक्षक ए सतीश गणेश ने सप्ताहभर पहले पुलिस व खनन माफिया की मिलीभगत की जांच की थी। जिसमें खेरागढ़, इरादत नगर, सैंया, जगनेर, पिनाहट और कागारौल थाना पुलिस की लिप्तता पाई थी। उन्होंने एसएसपी को पत्र लिखकर माफिया पर शिंकजा कसने और इन्हें संरक्षण देने वाले पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई करने को कहा था। इसके बाद कुछ तेजतर्रार पुलिस वालों को सक्रिय किया गया है।