आगरा के खंदौली में हथियारबंद बदमाशों ने परिवार को बंधक बनाकर लाखों की डकैती डाली। चाबी ने देने पर बदमाशों ने परिवार के मुखिया के साथ मारपीट भी की। शुरुआत में पुलिस दुस्साहसिक घटना को मानने को तैयार नहीं थी। सीसीटीवी कैमरे की रिकार्डिग सामने आने के बाद पुलिस ने बीस घंटे बाद डकैती का मुकदमा दर्ज किया।
खंदौली के उजरई पड़ाव निवासी दुर्गेश पुत्र राजेंद्र शुक्ला एक निजी कंपनी में चालक हैं। शनिवार रात 1.20 बजे वे आगरा से घर पहुंचे। खाना खाने के बाद वे प}ी कांति, बेटे भव्यांश और बेटी मानसी के साथ एक ही कमरे में सो रहे थे। रात दो बजे छत के रास्ते उनके घर में नकाबपोश पांच बदमाशों ने धावा बोल दिया। कमरे का दरवाजा खुला था। बदमाश सीधे उनके कमरे में दाखिल हुए। इनमें से तीन बदमाशों के हाथ में तमंचे थे। उन्होंने दुर्गेश को कब्जे में कर लिया। हाथ पीछे की ओर बांधकर उसकी पीठ पर तमंचा लगा दिया। मारपीट कर अलमारी की चाबी मांगी। दो बदमाशों ने उनकी प}ी और बच्चों को तमंचा तानकर बंधक बना लिया। दो बदमाशों ने दूसरे कमरे में जाकर उनकी अलमारी में रखे करीब चार लाख रुपये कीमत के सोने के गहने और एक किग्रा चांदी समेट ली। इसके बाद बदमाश भाग गए। कंट्रोल रूम में सूचना देने पर रात तीन बजे पुलिस पहुंची।
उनसे कहा गया कि डकैती नहीं पड़ी। किसी से रंजिश निकालना चाहते हो तो बताओ। पड़ोसी के घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे की रिकार्डिग देखने पर उसमें पांच बदमाश भागते हुए दिख रहे थे। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई। रविवार को दोपहर थाने से पुलिस वहां पहुंची। चार बजे डॉग स्क्वाड बुलाया गया। इसके बाद रात दस बजे डकैती की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया। एसओ खंदौली विजय कुमार सिंह ने बताया कि डकैती का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। घटना के पर्दाफाश के प्रयास किए जा रहे हैं।
बदमाशों ने घर में लूटपाट के दौरान दुर्गेश की प}ी से अभद्रता की। मारपीट करने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने मजबूरी बताई कि अभी ऑपरेशन हुआ है। इसके बाद उन्होंने केवल तमंचा तानकर उन्हें कब्जे में करके रखा।