राजस्थान के भरतपुर में एक सरकारी महिला डाॅक्टर ने अपने डाॅक्टर पति के अस्पताल की रिसेप्शनिस्ट और उसके आठ साल के बेटे को जिंदा जला डाला। महिला डाॅक्टर को पति और रिसेप्शनिस्ट के बीच अवैध संबंधों का शक था। महिला डाॅक्टर के साथ उसकी सास भी इस काम में शामिल थी। रिसेप्शनिस्ट और उसके बेटे की मौत हो गई है, वहीं पुलिस ने डाॅक्टर व उसकी सास को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के अनुसार, आरोपित महिला डाॅक्टर सीमा गुप्ता के पति डॉक्टर सुदीप गुप्ता और रिसेप्शनिस्ट दीपा के बीच अवैध संबंध की बात सामने आई है। सीमा गुप्ता और उसकी सास सुरेखा गुप्ता गुरुवार को दीपा के मकान पर पहुंची। उस समय दीपा का बेटा शौर्य स्कूल से आया ही था। सीमा और दीपा के बीच काफी झगड़ा हुआ और इसके बाद सीमा और सास सुरेखा गुप्ता कमरे मे आग लगा कर बाहर आ गई और दरवाजा बंद कर दिया। बाहर आकर दोनों से कह रही थी, हमने लगाई आग कोई बचा सको तो बचा लो।
यहीं से डॉ. सीमा ने अपने पति को फोन कर आग लगाने की जानकारी भी दी। दीपा के पड़ोसियों के अनुसार, आगजनी के पहले दीपा ने अपने भाई को बुलाया था और उसे आग लगने की बात कह रही थी। उसका भाई अनुज वहां पहुंचा और आग लगे घर में घुस कर बहन और भांजे को बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन वह बच नहीं सके। घटना के बाद तीनों को अस्पताल ले जाया गया, जहां दीपा और उसके बेटे शौर्य की मौत हो गई, वहीं अनुज को जयपुर रेफर कर दिया गया। यहां गंभीर हालत में उसका इलाज चल रहा है। पुलिस सभी पहलुओं से मामले की जांच कर रही है और सीमा व सुरेखा से पूछताछ की जा रही है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, डॉक्टर दंपति में से डॉ. सीमा गुप्ता श्रीराम अस्पताल चलाती हैं। जबकि डॉ. सुदीप गुप्ता राजकीय आरबीएम अस्पताल में फिजीशियन हैं। करीब दो साल पहले श्रीराम अस्पताल में दीपा नाम की युवती एक रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करती थी। इसी दौरान डॉक्टर सुदीप और रिसेप्शनिस्ट दीपा के बीच मेलजोल काफी बढ़ गया।
पुलिस ने बताया कि इस बात की जानकारी सुदीप की पत्नी डॉ. सीमा गुप्ता को लग गई। तब डॉ. सीमा ने रिसेप्शनिस्ट दीपा को नौकरी से निकाल दिया। हालांकि इसके बाद भी डॉ. सुदीप और दीपा का मिलना-जुलना जारी रहा। इससे नाराज डॉक्टर सीमा गुप्ता ने अपनी सास के साथ मिलकर इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया।