इंदौर के होलकर स्टेडियम में टीम इंडिया ने बांग्लादेश को सीरीज के पहले टेस्ट में एक पारी और 130 रन से हरा दिया। इस जीत के साथ भारतीय टीम आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप में अपनी जगह और मजबूत कर ली है। इंदौर टेस्ट में जीत के बाद कई रिकॉर्ड बने हैं।
भारत के हाथों मिली इस करारी हार के बाद बांग्लादेशी कोच रसेल डोमिंगो ने टीम की पूरी सरंचना में सुधार करने पर जोर दिया है।
मैच के बाद डोमिंगो ने कहा है कि टीम को एक ऐसे तीसरे सीमर की जरूरत है, जो 7वें और 8वें नंबर पर बल्लेबाजी भी कर सके और टीम को एक संतुलन प्रदान कर सके। मेहमान टीम पहले टेस्ट मैच में सात बल्लेबाजों और चार गेंदबाजों के साथ उतरी थी।डोमिंगो ने कहा, ‘इसमें कोई शक नहीं कि टीम की संरचना में बदलाव करने की जरूरत है। अन्यथा परिणाम ऐसे ही होने वाले है। मुझे चयनकर्ताओं के साथ बैठकर आगे की रणनीति पर विचार करने की जरूरत है। मुझे उन खिलाड़ियों की पहचान करने की जरूरत है, जो टीम को आगे लेकर जा सकें।’
उन्होंने कहा, ‘हमारी टीम में कई शानदार खिलाड़ी हैं और उनका सम्मान करने की जरूरत है, लेकिन साथ ही हमें टीम के हित में भी निर्णय लेने की जरूरत है।’ कोच ने साथ ही कहा कि बांग्लादेश को मोहम्मद सैफुद्दीन जैसे तेज गेंदबाज और हरफनमौला खिलाड़ी की जरूरत है, जिन्होंने वन-डे और टी-20 में अब तक अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन फिल्हाल वह चोट से जूझ रहे हैं।
डोमिंगो ने कहा, ‘दो तेज गेंदबाजों के साथ खेलना बहुत मुश्किल है। निश्चित रूप से हमें तीसरे तेज गेंदबाज की जरूरत है, जो बल्लेबाजी भी कर सके। सैफुद्दीन हैं, लेकिन वह चोट से जूझ रहे हैं। लेकिन टीम की सरंचना पर ध्यान देने की जरूरत है।उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि काफी टीमें बांग्लादेश के खिलाफ खेलती हैं और वे अच्छी विकेट बनाएगी, जिस पर ज्यादा स्पिन नहीं होगी। इसलिए हमें एक तेज गेंदबाज की तलाश है, जो 7वें और 8वें नंबर पर आकर बल्लेबाजी भी कर सके।
भारतीय टीम के जीत के हीरो रहे मयंक अग्रवाल ने पूर्व भारतीय बल्लेबाज नवजोत सिंह सिद्धू के 25 साल पुराने रिकॉर्ड की बराबरी कर ली। मयंक ने अपनी 243 रन की पारी में आठ छक्के लगाए। मयंक से पहले सिद्धू ने साल 1994 में श्रीलंका के खिलाफ लखनऊ में आठ छक्के जड़े थे।मयंक ने एक साल में दो दोहरे शतक लगाने वाले दिग्गज सलामी बल्लेबाज रहे विनू मांकड़ की बराबरी कर ली। मांकड़ ने साल 1955-56 के दौरान बतौर सलामी बल्लेबाज दो दोहारा शतक जड़ा था। मयंक अग्रवाल 2019-20 के दौरान यह कारनामा किया है। मंयक ने अपना पहला दोहरा शतक दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ लगाया था।
बांग्लादेश के खिलाफ इंदौर टेस्ट में जीत भारत की लगातार छठी टेस्ट जीत है और होलकर मैदान पर लगातार आठवीं बार टीम इंडिया ने मैदान मारा है। विराट की कप्तानी में भारतीय टीम ने दो विंडीज के खिलाफ तीन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ और एक बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट मुकाबला जीता है। इससे पहले साल 2013 में धोनी की कप्तानी में भारत ने यह मुकाम हासिल किया था।
इंदौर में जीत के साथ ही विराट कोहली सर्वाधिक 10 बार एक पारी से दुश्मन को मात देने वाले भारतीय कप्तान बन गए। उन्होंने दिग्गज कप्तान एमएस धोनी और मोहम्मद अजहरुद्दीन को पीछे छोड़ दिया है। धोनी ने एक पारी से 9 बार और अजहर ने यह कारनामा अपनी कप्तानी में आठ बार किया था।
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के तहत खेले गए इस टेस्ट मैच में आर अश्विन ने गुरुवार को घरेलू मैदान पर अपना 250वां विकेट लिया, उन्होंने कप्तान मोमिनुल हक को अपना शिकार बनाया। इसी के साथ वे अब यह उपलब्धि हासिल करने वाले तीसरे भारतीय गेंदबाज बन गए हैं। घरेलू मैदान पर 250 या उससे अधिक विकेट लेने के मामले में पूर्व महान गेंदबाज अनिल कुंबले 350 विकेट के साथ पहले पायदान पर हैं, जबकि दूसरे नंबर पर हरभजन सिंह हैं। उन्होंने घरेलू मैदान पर 265 विकेट चटकाए हैं।