सुप्रीम कोर्ट में एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना की याचिका रविवार को 11.30 बजे इस मामले की सुनवाई होगी। इस मामले में राज्यपाल के आदेश को निरस्त करने की मांग की जा सकती है। इसके साथ ही विधायकों का शपथ ग्रहण और फ्लोर टेस्ट की माग की जाएगी। इससे पहले शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी शपथविधि के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे । याचिका में राज्यपाल के फैसले पर सवाल उठाए गए हैंऔर कहा है कि राज्यपाल ने जिस तरह से गठबंधन को शपथ के लिए बुलाया है वह लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं हैं और सुप्रीम कोर्ट को इस मामले में दखल देना चाहिए।
महाराष्ट्र के सियासी घटनाक्रम को लेकर कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। वकील देवदत्त कामत ने कहा है कि हमने सुप्रीम कोर्ट से निवेदन किया है कि वह कल फ्लोर टेस्ट के लिए निर्देश दें। हम आशावान हैं कि सुप्रीम कोर्ट हमारी बातों पर गौर करेगा।
इस मामले में कांग्रेस नेता ए सी वेणुगोपाल ने बताया कि हमारे सभी 44 विधायक हमारे साथ हैं। महाराष्ट्र के राज्यपाल ने सभी मापदंडों और नियमो का उल्लंघन किया है। उन्होंने बगैर किसी सत्यापन के भाजपा को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया है। हम इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट गए हैं और इसको हम संसद में भी उठाएंगे।
एनसीपी के सभी विधायकों को पवई के रेनेसां होटल में ले जाया गया है। इन विधायकों से कहा गया है कि हो सकता है कि उनको होटल में एक सप्ताह तक रुकना पड़े। बैठक में यह फैसला किया गया कि सरकार को सबसे पहले विधानसभा के स्पीकर के चुनाव में पहली ताकत दिखाई जाए। सभी विधायकों ने अजीत पवार के खिलाफ आगे की कार्रवाई के लिए शरद पवार को अधिकार दिए हैं। साथ ही इसके लिए नवनिर्वाचित विधायक दल के नेता जयंत पाटिल को भी इस बात की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

एनसीपी विधायक दल की बैठक के बाद एनसीपी के वरिष्ठ नेता नवाब मलिक ने बताया कि बैठक में एक प्रस्ताव पास किया गया है कि पार्टी अजीत पवार के फैसले से सहमत नहीं है और उनको पार्टी विधायक दल के नेता पद से हटाया जा रहा है और जयंत पाटिल को अब इस को सौंपा जा रहा है।
इधर अजीत पवार पर बड़ी कार्रवाई की गई है और उनको विधायक दल के नेता पद से हटाकर जयंत पाटिल को यह पद दिया गया है। बैठक में इस बात का फैसला लिया गया है। एनसीपी के विधायक दल की बैठक समाप्त हो गई है। इसके साथ ही अब अजीत पवार व्हीप जारी नहीं कर सकेंगे। कुछ देर पहले एनसीपी के विधायकों ने इस बात का फैसला लिया।
महाराष्ट्र में चल रहे सियासी घमासान के बीच शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अपने विधायकों की बैठक ली। उन्होंने मीटिंग में मौजूद सभी विधायकों से पूछा कि क्या आप डरे हुए हैं? शांत रहे हमारा सपना पूरा होगा। शिवसेना ही सरकार बनाएगी काग्रेस और एनसीपी हमारे साथ है। ऐसी स्थितियों का मैने कई बार सामना किया है।