प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी Narendra Modi ने सोमवार को झारखंड Jharkhand के डाल्टनगंज में चुनावी सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भगवान राम के जन्मस्थान को लेकर कांग्रेस ने विवाद खड़ा किया था। वे यही चाहते थे कि इस मामले का हल जल्द न निकले। उन्होंने सिर्फ अपने वोटबैंक की परवाह की। कांग्रेस की इसी सोच ने पूरे देश पर असर डाला।
मोदी ने कहा, ‘‘कांग्रेस और उसके साथी दलों के काम करने का तरीका था- समस्याओं को टालते रहो और उनके नाम पर वोट बटोरते रहो। इन्होंने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 का मामला अटका कर रखा था। भाजपा ने इसके समाधान का वादा किया था और उसे पूरा कर दिखाया।’’
पीएम मोदी ने कहा, ‘बीजेपी ने जो भी वादे और ऐलान किए हैं, उन्हें हम एक के बाद एक जमीन पर उतार रहे हैं चाहे वे कितने मुश्किल रहे हों। दूसरों के पास समस्याएं हैं हमारे पास समाधान हैं।’
‘‘राम की जन्मभूमि अयोध्या का विवाद भी दशकों तक लटकाया गया। कांग्रेस चाहती तो समाधान निकाल सकती थी, लेकिन ऐसा नहीं किया। उन्होंने सिर्फ अपने वोट बैंक की परवाह की। कांग्रेस की इस सोच से समाज में दरारें, दीवारें बनी। राम जन्मभूमि से जुड़ा विवाद खत्म हो चुका है। एक भारत और श्रेष्ठ भारत का सपना पूरा करने का काम हम कर रहे हैं, एकता के मंत्र को लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं। समस्या का समाधान होता है तो हर किसी को खुशी होती है।
प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, ‘ बीजेपी सरकार ने नए झारखंड के लिए सामाजिक न्याय के पांच सूत्रों पर काम किया है। पहला सूत्र है- स्थिरता, दूसरा है- सुशासन, तीसरा है- समृद्धि, चौथा- सम्मान और पांचवां सूत्र है- सुरक्षा।’ नरेंद्र मोदी का कहना था कि बीजेपी ने झारखंड को स्थिर सरकार दी है। झारखंड में भ्रष्टाचार समाप्त करने के लिए दिनरात काम किया है और पारदर्शी व्यवस्थाएं बनाई हैं। इस तरह बीजेपी ने झारखंड में समृद्धि का मार्ग खोला है।
मोदी ने झारखंड में नक्सल समस्या का जिक्र करते हुए कहा, ‘बीजेपी ने झारखंड को नक्सलवाद और अपराध से मुक्ति दिलाने के लिए, भयमुक्त वातावरण के लिए प्रयास किया है। झारखंड में नक्सलवाद की समस्या इसलिए भी बेकाबू हुई क्योंकि यहां राजनीतिक अस्थिरता थी। यहां सरकारें पिछले दरवाज़े से बनती और बिगाड़ी जाती थीं। क्योंकि उनके मूल में स्वार्थ और करप्शन होता था।