दिल्ली से सटे गाजियाबाद Ghaziabad के इंदिरापुरम से एक बेहद दर्दनाक खबर सामने आई है। यहां एक शख्स ने पहले अपने दो बच्चों की गला दबाकर मार डाला फिर खुद अपनी पत्नी और एक अन्य महिला संग छत से कूद गया। बताया जा रहा है कि छत से छलांग लगाने वाली एक अन्य महिला उस शख्स की बिजनेस पार्टनर है। घटना में पति और पत्नी की मौत मौके पर ही हो गई जबकि बिजनेस पार्टनर की मौत अस्पताल में हुई।
गाजियाबाद के इंदिरापुरम के वैभव खंड में आज जींस कारोबारी के परिवार की हत्या और आत्महत्या मामले ने सभी को झंकझोर कर रख दिया है। कैसे एक माता-पिता ने अपने हाथ से अपने बच्चों की निर्मम हत्या कर खुद आत्महत्या कर ली, यह सोचकर सभी हैरत में हैं।
घटना गाजियाबाद जिले के इंदिरापुरम के वैभव खंड में कृष्णा अपरा सोसाइटी में हुई। मृतक गुलशन कुमार आठवीं मंजिल से सुबह करीब पांच बजे दो महिलाओं के साथ नीचे कूद गए। इसमें एक महिला और गुलशन की मौत तो घटनास्थल पर हो गई जबकि एक महिला जिसका अस्पताल में इलाज चल रहा था, उसकी भी मौत हो गई। पुलिस ने बताया है कि मरने वाले दोनों बच्चों में एक लड़का है और एक लड़की। इनके शव के साथ ही फ्लैट में एक खरगोश का भी शव मिला है।
मृतकों की पहचान गुलशन कुमार(45), पत्नी परवीन(43) महिला दोस्त (38), कृतिका (18), ऋतिक (13) के रूप में हुई है। इस मामले में पुलिस को दीवार पर लिखा एक सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें एक शख्स को मौतों का जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही अंतिम इच्छा भी जताई है। दीवार पर लिखा है, कि हमारी तमन्ना है कि लाशों को एक साथ जला जाए।
वहीं, जांच में सामने आया है कि गुलशन कुमार दिल्ली में जींस का कारोबार करता था। दो करोड़ रुपये को लेकर मृतक गुलशन ने अपने परिवार को खत्म कर लिया। यह दो करोड़ का लेन-देन उसके सगे साढ़ू राकेश वर्मा के साथ था। जिस राकेश वर्मा को घटना के लिए जिम्मेदार बताया गया है, वह साहिबाबाद के शालीमार गार्डन का रहने वाला है।
दरअसल, गुलशन कुमार ने राकेश वर्मा को दो करोड़ रुपये दिए थे, वो पैसे वापस नहीं कर रहा था। हालांकि उसने एक-दो बार पैसे वापस देने की कोशिश भी की, लेकिन राकेश वर्मा के चेक ही बाउंस हो गए। दिल्ली के झिलमिल में पैतृक संपत्ति के बंटवारे के दौरान गुलशन के हिस्से में दो करोड़ रुपये आए थे। जो उसने अपने साढ़ू राकेश वर्मा के साथ बिजनेस में लगा दिए थे। एसएसपी के मुताबिक राकेश वर्मा गुलशन के पैसे नहीं लौटा रहा था, जबकि बाजार में उस पर देनदारी का दबाव था। कमरे से जो बाउंस चेक बरामद हुए हैं, वह भी करीब एक करोड़ रुपये के हैं।