हैदराबाद गैंगरेप और मर्डर केस के चारों आरोपी शुक्रवार सुबह पुलिस मुठभेड़ में मारे गए। बताया जा रहा है कि पुलिस चारों आरोपियों को लेकर सीन रीक्रीएट करने घटनास्थल ले गए थी जहां उन्होंने भागने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस ने मुठभेड़ में चारों आरोपियों को मार गिराया। इन चारों आरोपियों ने 27 और 28 नवंबर की दरमियानी रात को पशु चिकित्सक के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया गया था।
हैदराबाद में महिला वेटनरी डॉक्टर (Veterinary Doctor) से गैंगरेप के बाद हत्या और फिर लाश को जला देने की घटना ने देश को हिला कर रख दिया था। हर तरफ लोग आरोपियों को तुरंत सरेआम सज़ा देने की मांग कर रहे थे। शुक्रवार को जैसे ही खबर आई कि चारों आरोपियों को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया, लोगों ने इसपर खुशी जताई। लोगों का कहना है कि पीड़िता और उसके परिवार के लिए इससे बढ़िया इंसाफ और कुछ नहीं हो सकता।
इस एनकाउंटर के बाद हर कोई साइबराबाद के पुलिस कमिश्नर सीपी सज्जनार (Cp sajjanar) की तारीफ कर रहे हैं। इन्हीं के चलते पुलिस की इस केस पर खास नज़र थी। घटना के तुरंत बाद उन्होंने कहा था कि वो आरोपियों को तुरंत पकड़ लेंगे और हुआ भी वही। करीब 60 घंटे के अंदर ही पुलिस ने आरोपियों को धर दबोचा एक हफ्ते के बाद ही पुलिस ने इस घिनौने अपराध का अंत कर दिया।
इस पर पीड़िता के पिता ने सरकार को बधाई देते हुए कहा है कि उनकी बेटी की आत्मा को शांति मिलेगी। वहीं, एनकाउंटर के बाद तेलंगाना के कानून मंत्री इंद्रकरण रेड्डी ने कहा है कि कानूनी प्रक्रिया से पहले ही भगवान ने आरोपियों को सजा दे दी। उन्होंने कहा, ‘आरोपियों ने भागने की कोशिश की थी तो मार गिराया गया। इससे हैदराबाद समेत पूरे देश में खुशी है।’पीड़िता के परिवार के साथ-साथ सोशल मीडिया पर भी खुशी मना रहे हैं और हैदराबाद पुलिस को धन्यवाद कह रहे हैं। आरोपियों को मौत के घाट उतारने की खबर से स्कूली छात्राएं भी बेहद खुश नजर आईं। बस से स्कूल जाते हुए कुछ स्कूली छात्राओं ने पुलिस को देखकर जश्न मनाया।
तेलंगाना में महिला डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के सभी चार आरोपियों के एनकाउंटर में मारे जाने पर निर्भया की मां ने खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि मैं इस सजा से बेहद खुश हूं। पुलिस ने एक बड़ा काम किया है और मेरी मांग है कि जिन पुलिसकर्मियों ने इस एनकाउंटर को किया है. उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जानी चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि मैं पिछले 7 सालों से दौड़ रही हूं। मैं इस देश और सरकार की न्याय प्रणाली से अपील करती हूं कि निर्भया के दोषियों को जल्द से जल्द मौत की सजा दी जाए।
गैंगरेप-मर्डर की वारदात में पुलिस ने चारों आरोपियों को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया था। आरोपियों की पहचान मोहम्मद आरिफ (26), जोल्लू शिवा (20), जोल्लू नवीन (20) और चिंतकुंटा चेन्नाकेशवुलू के तौर पर हुई थी। आरोपियों ने पुलिस को बताया था कि नवीन को उस वेटनरी डॉक्टर की स्कूटी को पंचर करना था और उसकी वापसी तक उसका इंतजार करना था। जब वे महिला डॉक्टर गाछीबावली से 9 बजकर 15 मिनट पर अपनी स्कूटी लेने के लिए वापस लौटी तो आरिफ अपने ट्रक से उतरा और उसके पास गया और कहा कि यह टायर पंचर है। जिसके बाद उसने वेटनरी डॉक्टर से स्कूटी को रिपेयर कराने का ऑफर किया। उसके बाद उसने सफाई करने वाले शिवा के साथ स्कूटी भेज दी।
आरोपियों ने आगे बताया कि ठीक उसी वक्त महिला डॉक्टर ने अपनी बहन को फोन कर बताया कि एक ट्रक ड्राईवर ने पंचर ठीक कराने का ऑफर किया है और सफाई करनेवाले को रिपेयर के लिए देकर भेजा है। दोनों बहनों की बातचीत के करीब 15 मिनट बाद 9:40 मिनट पर महिला डॉक्टर का फोन स्वीच ऑफ हो गया। पुलिस ने बताया कि आरिफ, नवीन और चेन्नकेशवुलू ने जबरदस्ती पास के एक चहारदीवारी में ले गया और उसके साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया।
आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने उन्हें कोर्ट में पेश किया था, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। शादनगर कोर्ट ने बुधवार को चारों आरोपियों को 7 दिन की पुलिस रिमांड दी थी। इसके बाद पुलिस ने गुरुवार को पूछताछ की।