उपद्रवी / गुंडे नागरिकता संशोधन कानून ( Citizenship Amendment Act) के विरोध के नाम पर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh ) को जलाने की भयावह साजिश करने जुटे रहे सरकार सोती रही। अलीगढ़ की हिंसा की बाद भी सरकार सतर्क नहीं हुई तो आज बेखौफ दंगाई / उपद्रवी/ गुंडे प्रदेश की राजधानी लखनऊ( Lucknow) पूरे दिन जलाते रहे पूरे दिन शहर में अराजकता रही । सरकार की नींद खुली तब शाम को आपात बैठक हुई जब दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह ने यहां की खबर लेना शुरू कर दी।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर विरोध-प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया है। लखनऊ के कई इलाकों में हिंसा फैल गई है। उपद्रव के दौरान दो पुलिस चौकी भी जला दी गई, जबकि बाहर खड़े वाहनों को फूंक दिया गया। प्रदर्शनकारियों ने लखनऊ के डालीगंज और हजरतगंज इलाके में जमकर उत्पात मचाया। इलाके में जमकर तोड़फोड़ और पथराव हुआ। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े और लाठीचार्ज करना पड़ा। लखनऊ में उपद्रवियों ने मीडिया के ओबी वैन को भी आग के हवाले कर दिया। उधर, पश्चिमी यूपी के संभल में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प के बाद इंटरनेट बंद कर दिया गया।
करीब 10 हजार की भीड़ में घुसे उपद्रवियों के आगे पुलिस पस्त नजर आई। करीब 6 घंटे तक चली गुरिल्ला झड़प के बाद पुलिस हिंसा पर काबू पा सकी। भीड़ को रोकने के लिए जगह-जगल लगाई गई बैरिकेडिंग को उपद्रवियों ने ध्वस्त कर दिया। लखनऊ के तीन थाना क्षेत्रों में हिंसा हुई। इसमें हसनगंज, ठाकुरगंज, हजरतगंज प्रमुख हैं। पुराने लखनऊ में बीते 7 दिनों से 8 बार सुरक्षा बलों ने फ्लैग मार्च किया। लेकिन वहां भी हिंसा को नहीं रोका जा सका। एलआईयू द्वारा दिए गए इनपुट सही नहीं पाए गए। पुराने लखनऊ और उन क्षेत्रों को चिन्हित नहीं किया जा सका। जहां पर प्रदर्शन को लेकर तैयारियां चल रही थीं
।सुबह 11:00 बजे पुराने लखनऊ के खदरा, मदेयगंज, हुसैनगंज में सबसे पहले हिंसक घटनाएं शुरू हुई। इसके बाद स्थिति बेकाबू होती चली गई। सबसे पहले डालीगंज के खदरा में हिंसा भड़की। इसके बाद पुलिस चौकी के बाहर खड़ी 3 बाइक में उपद्रवियों ने आग लगा दी। इसके बाद आगजनी, तोड़फोड़ और पथराव का ऐसा सिलसिला शुरू हुआ कि स्थिति संभालने के लिए प्रदेश के डीजीपी तक को सड़क पर उतरना पड़ा।
प्रदर्शन के दौरान दो पुलिस चौकी को भी निशाना बनाया गया। मदेयगंज के बाद ठाकुरगंज स्थित सतखंडा चौकी फूंकी गई। चौकी के बाहर खड़े वाहनों को भी फूंक दिया गया। खदरा इलाके में भी तोड़फोड़ और आगजनी हुई और यहां उपद्रवियों
लखनऊ के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के संभल में भी गुरुवार को हिंसक प्रदर्शन हुआ है।
संभल जिले में प्रदर्शनकारियों ने रोडवेज बस में आग लगा दी। साथ ही कई पुलिस की गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की है। वहीं हालात बिगड़ने के बाद क्षेत्र की दुकानें और बाजार अचानक बंद कर दिए गए। तनाव का माहौल देखते हुए संभल में इंटरनेट सेवा ठप कर दी गई है। बता दें कि बुधवार को डीजीपी ओपी सिंह ने उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में धारा-144 लागू होने की बात कही थी। साथ ही प्रदेश में सभी प्रदर्शनों पर रोक लगाई गई थी। इस सबके बावजूद लखनऊ और संभल में हिंसक प्रदर्शन हुए हैं। नागरिकता कानून के खिलाफ लखनऊ में हुए उग्र प्रदर्शनों के बीच उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक आपातकालीन बैठक बुलाई है।