केरल ( Kerala) के कासरगोड (Kasargod) क्षेत्र में शुक्रवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) Rashtriya Swayamsevak Sangh (RSS) द्वारा निकाले गए रूट मार्च के दौरान डेमोक्रेटिक यूथ फेडेरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) सीपीएम कार्यकर्ताओं और आरएसएस कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प हो गई। हिंसा को काबू करने के लिए केरल पुलिस ने लाठीचार्ज की है। इस हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ पुलिस मुकदमा दर्ज करने की तैयारी कर रही है। इस हिंसक झड़प में 15 लोग घायल हो गए जिसमें 4 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।
बताया कि शुक्रवार को नीलेश्वरम इलाके में आरएसएस ने अपना मार्च निकाला। इस दौरान डीवाईएफआई सीपीएम के कार्यकर्ताओं ने आरएसएस वर्कर्स पर पत्थर फेंके। डीवाईएफआई ने मार्च रोकने का प्रयास किया। इसको लेकर आरएसएस और डीवाईएफआई कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प हो गई।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने आरोप लगाया है कि उसके यहां शुक्रवार को हुए पंथ संचलन के दौरान कुछ अराजक तत्वों ने हमला कर दिया। संघ ने कहा है कि उसके आठ कार्यकर्ता घायल हैं। संघ कार्यकर्ताओं ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के काडर पर हमले का आरोप लगाया है। इस समय आरएसएस की ओर से कार्यकर्ताओं की ट्रेनिंग के लिए कन्हनगढ़ के नीलेश्वरम में प्राथमिक शिक्षा वर्ग शिविर लगाया गया है। इस दौरान आरएसएस कार्यकर्ता जब पथ संचलन यानी मार्च कर रहे थे, आरोप है कि तभी कुछ लोगों ने हमला कर दिया। आरएसएस कार्यकर्ताओं और कथित हमलावर पक्ष में झड़प होने लगी। पुलिस ने किसी तरह से स्थिति को काबू में किया।
संघ के प्रचार कार्यों से जुड़े विश्व संवाद केंद्र भारत (वीएसके भारत) नामक ट्विटर हैंडल से आठ कार्यकर्ताओं के घायल होने की सूचना जारी हुई है। दो पुलिसकर्मी भी घायल बताए जाते हैं।