राज्य सभा (Rajya Sabha) एमपी स्वपन दास गुप्ता (Swapan Dasgupta ) ने दावा किया है कि उन्हें पश्चिम बंगाल के बीरभूम में विश्वभारती यूनिवर्सिटी (Visva-Bharati University ) में एसएफआई केे नाराज छात्रों की भीड़ से बचने के लिए एक कमरे में बंद होना पड़ा है। स्वपन दास गुप्ता यहां बुधवार को संशोधित नागरिकता कानून (CAA) पर एक सभा को संबोधित करने गए थे। लेकिन छात्रों की नाराज भीड़ की वजह से बीजेपी एमपी को वीसी और 70 अन्य लोगों समेत एक कमरे में बंद रहना पड़ा। देर रात छात्रों ने अपना विरोध प्रदर्शन समाप्त कर दिया और स्वपन दासगुप्ता यूनिवर्सिटी कैंपस से बाहर निकलने में कामयाब हुए।
अपने ट्वीट में स्वपन दासगुप्ता ने लिखा है, ‘सीएए की एक शांतिपूर्ण बैठक पर भीड़ के हमले और धमकाने वाले छात्रों के बीच कैसा लगता है? इस समय यही हो रहा है, मैं विश्वभारती में एक बैठक को संबोधित कर रहा हूं। एक कमरे में बंद हूं और बाहर भीड़ है।’ विश्वविद्यालय के एक टीचर का कहना है कि जब तक विरोध चला, तब तक स्वपन दासगुप्ता को एक गेस्ट हाउस में रखा गया था।
छात्रों के आरोपों का जवाब देते हुए स्वपन दासगुप्ता ने कहा, ‘मैं विश्वभारती में नागरिकता संशोधन कानून की भाषण श्रृंखला के तहत बोलने आया था। यह किसी राजनीतिक पार्टी का कार्यक्रम नहीं था।’
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बुधवार दोपहर 3:30 बजे बीजेपी सांसद को यूनिवर्सिटी के ऑडिटोरियम में बोलना था। इसकी अध्यक्षता वाइस चांसलर बिद्युत चक्रवर्ती कर रहे थे। लेकिन जैसे ही दासगुप्ता कैंपस पहुचे छात्रों ने उनका विरोध करते हुए उन्हें घेर लिया।