उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के आगरा (Agra) जिले के बाह क्षेत्र में शनिवार को सनसनीखेज वारदात हुई। गांव पुरा जसोल गांव में एक व्यक्ति अपने पुत्रों के साथ मिलकर मां और पिता को कुल्हाड़ी से काटकर मार डाला। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी भाग निकले। बेटे का पिता से घर में बनी दुकान को खाली कराने को लेकर विवाद चल रहा था।
गांव पुरा जसोल निवासी डालचंद्र पुरवंशी (70) एक उच्च प्राथमिक विद्यालय में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी थे। उनके दो बेटे हैं। इनमें बड़ा बेटा रामशंकर और छोटा बेटा कुलवीर सिंह हैं। रामशंकर गांव में ही किराये पर मकान लेकर रहता है।
वहीं कुलवीर बटेश्वर में रहता है। डालचंद्र पुरवंशी पत्नी रामकली और कुलवीर के सात साल के बेटे शिवा के साथ रहते थे। घर में उनकी एक परचून की दुकान है। इसे रामशंकर चला रहा था। बेटे कुलवीर ने बताया कि पिता कुछ महीने से भाई रामशंकर से दुकान खाली करने के लिए बोल रहे थे। चार दिन पहले भी विवाद हो गया था। शनिवार सुबह रामशंकर ने दुकान खाली कर दी। शनिवार दोपहर तकरीबन 3:30 बजे रामशंकर अपने बेटों अमित और अजीत के साथ घर में घुस आया। पिता डालचंद्र और मां रामकली (68) पर हमला बोल दिया। उन्होंने कुल्हाड़ी से डालचंद्र पुरवंशी की गर्दन काटकर हत्या कर दी।
खाना बना रही मां जब बचाने आईं तो उस पर भी कुल्हाड़ी से प्रहार कर दिया। जिससे वो गंभीर रूप से घायल हो गई। इसके बाद आरोपी फरार हो गए। वहीं मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल रामकली को आगरा पहुंचाया, जहां उनकी भी मौत हो गई। डालचंद्र पुरवंशी का चार दिन पहले भी दुकान खाली कराने को लेकर विवाद हुआ था। वो किसी भी सूरत में राम शंकर को अपने साथ नहीं रखना चाहते थे। विवाद इतना बढ़ा कि मारपीट तक हो गई थी। जिसकी शिकायत रामकली ने पुलिस से की थी। पुलिस ने डालचंद्र पुरवंशी, राम शंकर, अजीत, अमित को मौके से पकड़ा था। दुकान खाली करने की हामी भरे जाने पर उनमें समझौता हो गया था। इसीलिए पुलिस ने चारों का शांतिभंग में चालान कर दिया था। समझौते के मुताबिक राम शंकर ने दुकान खाली भी कर दी थी।